हिलव्यू समाचार की ख़बर का हुआ असर : बीस दुकान प्लॉट न.474 व 475 की बहुमंज़िला अवैध इमारत हुई सील
13 फरवरी 2024 को हिलव्यू समाचार ने इस अवैध निर्माण की ख़बर की थी वायरल और किया था प्रकाशित भी
“कि सिद्धार्थ बिल्डकॉम आदर्शनगर जोन की आँखों में झौंक रहा है धूल”
और आज 13 मार्च को यह अवैध बहुमंज़िला अवैध इमारत सील हो गयी
हालांकि सीजर के ताले चपडी लगाकर जड़ दिये गए हैं लेकिन सिद्धार्थ बिल्डकॉम द्वारा सरकारी नोटिस फाड़ दिए गए जो कि अवैध इमारत 474-475 पर चस्पा किये गए थे। यह दुष्कृत्य एक अपराध की श्रेणी में आता है जिसकी FIR जोन उपायुक्त को बिल्डर के ख़िलाफ़ करनी चाहिए क्योंकि निगम द्वारा जारी नोटिस यानी सरकारी कागज़ का अपमान होता है किंतु यह सोचने का विषय है कि निगम इसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही क्यों नहीं करता?
शालिनी श्रीवास्तव
जयपुर हिलव्यू समाचार।
आदर्शनगर बीस दुकान पर प्लॉट नंबर 474- 475 सिद्धार्थ बिल्डकॉम ज़ीरो सेटबैक पर बिना निगम हैरीटेज अनुमति के विशाल मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बना रहा था जो कि आदर्शनगर जोन की निष्क्रियता और साँठगाँठ को पुख्ता प्रमाणित कर रहा था।
हालांकि बिना निगम अनुमति, बिना नक़्शे लेआउट प्लान ही नहीं बिना प्लॉट पुनर्गठन व भू-रूपांतरण के ज़ीरो सेटबैक पर यह बहुमंज़िला इमारत इतनी विशाल बनकर कैसे खड़ी हो गई और निगम ने अब तक कार्यवाही क्यों नहीं की ये एक बड़ा प्रश्न है निगम प्रबंधन से!
दूसरा बड़ा और गंभीर प्रश्न भी निगम प्रबधंन से ही है कि-
प्लॉट न. 474 व 475 के बिल्कुल क़रीब अगली बिल्डिंग प्लॉट नंबर 476 भी अवैध और बहुमंज़िला है उसे सीज क्यों नहीं किया गया क्योंकि वह विनोद पारवानी की बिल्डिंग है इसीलिए?
*बिना निगम अनुमति, बिना नक़्शे लेआउट प्लान, बिना प्लॉट पुनर्गठन व भू-रूपांतरण के ज़ीरो सेटबैक पर 476 बहुमंज़िला और अवैध बन रही है उसे निगम ने क्यों छोड़ा?
हिलव्यू समाचार ने अवैध निर्माणों की ख़बरें छाप कर या हिलव्यू चैनल पर वायरल करके इति श्री नहीं की बल्कि
इसी के साथ लिखित शिक़ायत CM लेवल से जोन स्तर तक दर्ज भी करवाई हैं।
सरकारी राजस्व को चूना लगाते ये फ़र्ज़ी बिल्डर्स न GSTIN भरते हैं और न ही इनकमटैक्स और न ही निगम को निर्माण स्वीकृति का पैसा भरते हैं। कुल मिलाकर सरकार की सेवा एजेंसियाँ नगर निगम,इनकमटैक्स,GSTIN विभाग सब में राजस्व का नुक़सान ये फ़र्ज़ी बिल्डर्स देते हैं और साथ में आम भोली भाली जनता के भविष्य को उलझा देते हैं। जो फ्लैट्स के ख़रीदादार होते हैं उन्हें ये सब पता नहीं होता लेकिन सीजर के बाद बिल्डर्स से ज़्यादा बायर्स सर पकड़ कर रोते हैं क्योंकि उनके साथ धोखाधड़ी और जालसाजी का खेल हुआ है जिस में वो अपनी गाढ़ी कमाई की पूँजी लुटा बैठे हैं।
इन सभी मानसिक व आर्थिक शोषण से पीड़ित लोगों के बारे में हिलव्यू समाचार ने हैरीटेज नगर निगम आदर्शनगर जोन उपायुक्त और मुख्यालय कमिश्नर को अवगत करवाया है।
हिलव्यू समाचार मुख्यमंत्री भजनलाल और मुख्यसचिव सुधांशुपन्त के संज्ञान में भी लगातार ला रहा है नगर निगम जेडीए के आवासीय क्षेत्रों में हो रहे अवैध निर्माणों और अतिक्रमणों को क्योंकि शहर का सौन्दर्य तो भंग हो ही रहा है बल्कि आवासीय कॉलोनियों की शांति भी भंग हो रही है।
बिल्डिंग बायलॉज को लेकर भजन सरकार को गहन अध्ययन और कठोर निर्णय लेने की आवश्यकता है ताकि कोई न कोई बिल्डर बर्बाद हो ग़लत मनमाना निर्माण करके और न ही आम भोलीभाली जनता लुटा हुआ महसूस करे।