D-18 गणेश मार्ग बापूनगर अवैध निर्माण ज़ोरों पर
25-30 फ़ीट सड़क पर अवैध बहुमंज़िला बिल्डिंग D-18 बना रहे हैं दिव्या तनेजा बिल्डर
ज़ीरो सेटबैक से सकड़ी हो रहीं हैं ग्रेटर निगम की सड़कें और कमिश्नर रुक्मणी रियाड़ हैं नींद में
नगर निगम मालवीयनगर ज़ोन क्यों नहीं कर रहा कार्यवाही?
मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर में 300 से ज़्यादा अवैध निर्माण क्यों हैं चरम पर
पूर्व डिप्टी कमिश्नर मुकेश कुमार ने जेईएन को अवैध निर्माणों की सूचीबद्ध शिकायत पर जाँच कर सीजर और ध्वस्तीकरण के दे दिए थे आदेश फिर आख़िर क्यों नहीं हो रही कार्यवाही?
आदेश क्यों डाल दिये गए ठंडे बस्ते में
क्यों नहीं जाँच कर रहे वर्तमान उपायुक्त एईएन जेईएन मालवीयनगर जोन निगम ग्रेटर
मकड़जाल की तरह है फैलता जा रहा है बिना परमिशन ज़ीरो सेटबैक की इमारतों का भी जाल
न कोई निगम निर्माण स्वीकृति की आवश्यकता है और न कोई भू रूपांतरण,भूमि पुनर्गठन की
उपायुक्त अर्शदीप कौर मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर द्वारा कार्यवाही क्यों है ठंडे बस्ते में
शालिनी श्रीवास्तव
हिलव्यू समाचार, जयपुर।
सरकारी राजस्व का नुकसान करने में सिद्धहस्त है ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र के बिल्डर।
बापूनगर में प्लॉट न.D-18 गणेश मार्ग में लगातार बहुमंज़िला इमारत बन रही है जो कि 25-30 फ़ीट की सड़क को आने वाले समय में 25 फ़ीट का कर देगी क्योंकि कार पार्किंग से गली भर जाएगी।
बिना निगम अनुमति के ज़ीरो सेटबैक पर बनती यह इमारतें राजस्व की चोरी तो होती ही हैं साथ ही साथ इनकमटैक्स को भी चूना लगाती हैं। 70% ब्लैक में फ्लैट राशि लेते हैं बिल्डर्स और DLC रेट के अनुसार 30% रजिस्ट्री में खरीद राशि दर्शाते हैं।
शहरी सौंदर्य और आवासीय कॉलोनियों 20-30 फ़ीट सड़क पर बनती यह बहुमंज़िला बिल्डिंग घनत्व तो बढ़ाती ही हैं साथ-साथ पार्किंग के कारण यातायात को भी प्रभावित करती हैं। छोटी छोटी गलियों में बनती बहुमंज़िला इमारतें सामाजिक सुरक्षा को भी प्रभावित करती हैं।
बैसमेंट्स और पेंट हाउस जैसे अवैध निर्माण बिल्डर्स को तो करोड़पति बना देते हैं लेकिन राजस्व और इनकमटैक्स की आँखों में धूल झौंक जाते हैं।
नगर निगम मालवीयनगर जोन को लिखित शिकायतें,मीडिया द्वारा खबरें मिल जाने के बाद भी इस अवैध निर्माण को देखने की फुरसत क्यों नहीं है जल्द ही जानकारी और टिप्पणी लेगी हिलव्यू समाचार की टीम।