गुरुनानकपुरा मुख्य मार्ग पर आवासीय में बन रहा हाईकोर्ट के एक वकील का होटल
कौन है ये वकील इसका खुलासा होगा अगले अंक में
जी हाँ! हाईकोर्ट के वकील भी बन रहे अवैध बिल्डर और होटलियर
कालेधन का बचाव अवैध बिल्डिंग में इन्वेस्टमेंट
शालिनी श्रीवास्तव
जयपुर हिलव्यू समाचार। नगर निगम और जेडीए के क्षेत्रों में अवैध इमारतों की झड़ी लग गयी है। हर गली,सड़क,मुख्यमार्ग इस दीमक से भर गई है।
बिल्डिंग बायलॉज की धज्जियाँ उड़ाकर,ज़ीरो सेटबैक पर बनती बिना पार्किंग स्पेस की बहुमंज़िला इमारतें सिस्टम के बिकाऊपन को प्रमाणित कर रही हैं।
इधर कालाधन जोड़ने वाले जी हाँ कालाधन जोड़ने वालों ने कालेधन के इन्वेस्टमेंट का अच्छा ज़रिया निकाला है।आजकल खाईवाल,सट्टेबाज़, भूमाफ़िया,नेता,पार्षद सहित व्यापारी,वकील, डॉक्टर कालाधन बचाने के लिए बिल्डर बनने को आमादा हैं।
हिलव्यू समाचार ने पहले भी कई ऐसे मामलों के खुलासे किए हैं। आज भी एक ऐसा मामला हम आपके लिए लेकर आये हैं। जहाँ निगम को कार्यवाही के नाम पर मिलती है हिदायत और धमकियाँ कि यह अवैध निर्माण हाईकोर्ट के वकील का निर्माण है सोच-समझ नोटिस जारी करना निगम वालों!
जी हाँ बिल्डर्स के साथ जेवी करके पर्दे के पीछे से सारा खेल चलता है इन वकीलों का और इनके नाम पर बन रहीं हैं अवैध बहुमंज़िला इमारतें जो न निगम से अनुमति लेकर बन रही हैं और न ही उनका सेटबैक नियमानुसार है और तो और सीवरेज लाइन और बोरवेल भी अवैध रूप से लिये जा रहे हैं। बैसमेंट्स के अवैध निर्माण से लेकर पेंट हाउस तक इसमें अवैध निर्मित हैं। मुख्य मार्ग पर होने के कारण शोरूम भी बनाये जाएंगे और तो और 40 फ़ीट बची हुई सड़क पर होटल का संचालन भी होगा और निगम अधिकारियों को नींद की गोली नहीं धमकी और हिदायत देकर ख़ामोश करके बैठा दिया गया है।
इस वकील को न निगम से कमर्शियल निर्माण की स्वीकृति ज़रूरत न बिल्डिंग बायलॉज की परवाह न पार्किंग स्पेस के नियमों का निर्वाह करने की चिंता।आख़िर कौन है ये वकील जिसके 4-5 प्रोजेक्ट राजापार्क में धड़ल्ले से चल रहे हैं।
केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार भ्रष्टाचार ज़ीरो टॉलरेंस नीति की बात करती नज़र आती है। प्रधानमंत्री मोदी अपने उद्बोधन में भ्रष्टाचारियों पर दहाड़ते नज़र आते हैं। भजन सरकार लगातार ज़ीरो टॉलरेंस नीति की बात करती है। यूडीएच मंत्री लगातार अवैध निर्माणों और भ्रष्ट अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही करने की बात करते नज़र आते हैं। निगम आयुक्त उपायुक्त लगातार सफाई और अन्य प्रोजेक्ट्स पर बात करते नज़र आते हैं लेकिन अवैध निर्माणों का सिलसिला बदस्तूर जारी है सालों से
जेडीए हो या नगर निगम सब केवल नींद में है और मस्ती से भ्रष्टाचार के झूलों में झूल रहे हैं। आख़िर किस तरह आम जनता पर नियम थोपता है शासन और प्रशासन।
जल्द इस अवैध होटल और होटल के मालिक का ख़ुलासा करेगा हिलव्यू समाचार।