खातीपुरा तिराहा गौतम मार्ग पर JDA ने अभियान के नाम पर किया भद्दा मज़ाक
JDA का 15 जुलाई से 31 जुलाई सड़क अतिक्रमण हटाओ अभियान मात्र एक झूठ
राजस्व और समय की बर्बादी JDA सड़क अतिक्रमण हटाओ अभियान का सच?
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा की आँखों में धूल झौंकने में लगे हैं नगर निगम और जेडीए के अधिकारी।
खर्रा द्वारा 9 जुलाई 2024 को जारी सड़क अतिक्रमण हटाओ के आदेश की धज्जियाँ उड़ा रहा है नगर निगम और जेडीए क्योंकि मात्र दिखावा और औपचारिक कार्यवाही हो रही है इस झूठे अभियान में जो समय और राजस्व की बर्बादी ही है।*
कुलदीप गुप्ता
हिलव्यू समाचार, जयपुर।
जयपुर शहर में मुख्य सड़कों पर अवैध अतिक्रमण बढ़ गए हैं जिससे यातयात की अवरूद्धता के साथ दुर्घटनाएं भी बढ़ गईं हैं। आम जनता की परेशानी को दूर करने के लिए यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने 09 जुलाई को आदेश जारी करके तुरंत प्रभाव से सभी सड़क अतिक्रमणों को हटाने के लिए कहा तो नगर निगम और जेडीए विभाग हरक़त में तो आये पर इनकी चाल कछुए जैसी रही है और दिखावा हाथी जैसा या यूँ कहे कि रसूखदार लोगों के यहाँ तो जेसीबी बिल्कुल भी नहीं चली और मीडिया या किसी और दबाव के कारण से जेसीबी चलाई तो मामूली कार्यवाही करने का दिखावा किया गया।
गोपालपुरा बायपास पर दिखावटी कार्यवाही-
गोपालपुरा चौराहा से लेकर गुर्जर की थड़ी के बीच में पड़ने वाले कई दुकानों शोरूम्स और होटल्स पर मात्र ऊपरी सतह की कार्यवाही की गई और नगर निगम एवं जेडीए का दस्ता आगे बढ़ता रहा। जब स्थानीय निवासी या व्यापारी वर्ग ने तोड़फोड़ करने वाले अधिकारियों से बात की तो अधिकारियों ने बहुत ढीले अंदाज़ में कार्यवाही करने का रवैया दिखाया और कहा कि ऊपर से आर्डर है तो थोड़ा नाटक करना पड़ेगा। इस बात पर स्थानीय रहवासियों और व्यापारियों ने कहा कि जिस समय अवैध अतिक्रमण किया जा रहा था उस समय नगर निगम और जेडीए ने हमें आकर क्यों नहीं रोका या मना क्यों नहीं किया?उस समय के तत्कालीन अधिकारी और कर्मचारी पैसा लेकर आँख मूंद कर चले जाते हैं और बाद में हमें परेशानी होती है तो सरकार इस समय के तात्कालीन अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं करती है?वही दूसरी तरफ व्यापारी वर्ग और रहवासी कहते है कि सरकार ने खुद हमें पट्टे दिए तो अब कैसे अवैध अतिक्रमण बता कर कार्यवाही कर रही है?
खातीपुरा तिराहे ,गौतम मार्ग की अवैध दुकानें नहीं हटाईं?
JDA के अतिक्रमण हटाओ अभियान में भी भ्रष्टाचार शुरू हो गया है क्योंकि खातीपुरा तिराहे गौतम मार्ग पर बनी हुई कम से कम 15-20 अवैध दुकानों को नज़रअंदाज़ करते हुए कार्यवाही की गई। ये अवैध दुकानें सड़क अतिक्रमण कर बनी हुई हैं जिससे सड़क कम से कम 20-30 फ़ीट कम हो गयी है। अगर सड़क के डिवाइडर के केंद्र में खड़ा होकर देखा जाए तो दोनोँ ओर की सड़क का अंतर साफ नज़र आ जायेगा। हालांकि इन अवैध दुकानों को सड़क अतिक्रमण से हटाने-तोड़ने का कोर्ट का आदेश आया हुआ है लेकिन जेडीए जोन 07 द्वारा कोई कार्यवाही नहीं कि जा रही है। कोर्ट के आदेशों की अवेहलना बड़ी आसानी से जेडीए द्वारा पूरी राजधानी में की जा रही है ऐसे में सड़क अतिक्रमण हटाओ अभियान में जब तक वास्तविकता में कार्यवाही न हो यह केवल और केवल राजस्व का नुक़सान और समय की बर्बादी ही है।