कोटा शहर से भक्ति भाव से निकली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा और भाई बलदेव के साथ निकले नगर भ्रमण को
कोटा
पारीक पंचायत द्वारा कोटा शहर में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा भक्ति भाव से रविवार को सांय 7 बजे निकाली। प्रवक्ता राहुल पारीक ने बताया कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की भव्य रथयात्रा में भक्ति और उत्सव के रंग में दिखे। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ रथयात्रा में हिस्सा लिया और प्रुभ जगन्नाथ के जयकारों के साथ रथ खीचते रहे।
अध्यक्ष रासबिहारी पारीक ने बताया कि पारीक पंचायत गत 17 वर्षो से निरंतर रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। विराट,भव्य रथ में प्रभु जगन्नाथ नगर भ्रमण को निकले लोगो ने उनके दर्शन के प्रति व्याकुल दिखे।
महामंत्री अशोक पारीक ने बताया कि रथयात्रा के प्रेरणा स्त्रोत स्व0 प्रभु लाल जी दानजी वाले है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा थे। संरक्षक डा. के के पारीक एवं शीला पारीक ने रथयात्रा के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।
भारतीय संस्कृति दर्शन है रथयात्रा
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि जगन्नाथ रथयात्रा न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक जीवंत प्रदर्शन भी है। यह आयोजन भक्ति, एकता और सामुदायिक सद्भाव का प्रतीक है। समाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस परम्परा को ऐसे ही निभाते रहे और अधिक सहभागिता के लिए प्रयास करे।
भक्तों का उत्साह:
रथयात्रा के मार्ग पर हजारों भक्त एकत्रित थे। लोगों ने भजन-कीर्तन के साथ रथ को खींचने में भाग लिया। कई श्रद्धालु पूरे रास्ते नंगे पांव चलते रहे। पूरा माहौल भक्ति भाव से सराबोर हो गया। महिला मंगल गीत गा रही थी। यात्रा में विभिन्न भगवानों की झांकियां भी रथयात्रा में शोभायमान थी। रितिका व नैतिक पारीक राधा कृष्ण बनकर व हनुमान पारीक महर्षि पराशर ऋषि बनकर रथ यात्रा में शामिल हुए।
रथ यात्रा के मुख्य आकर्षण नन्हे बालक बालिकाएं रही जो राधा—कृष्ण के वेशभूषा में रथ यात्रा की हिस्सा रही। कार्यक्रम के अंत अतिथियों ने उन्हे पुरस्कृत किया।
यह रहा रथयात्रा का मार्ग
अध्यक्ष रासबिहारी पारीक ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन सांय 06 बजे श्रीपुरा स्थित जगदीश मंदिर से किया। श्रीपुरा मंदिर से भगवान दर्शन देते हुए बिड़ला मेडिकल,मोखापाडा,कैथूनीपोल पुलिस थाना, फर्नीचर मार्केट, लाल बुर्ज, गंधीजी की पुल से सुभाष सर्किल टिप्पण चौकी होते हुए मंदिर परिसर पहुंची शोभायात्रा में भक्त गण परम्परागत वेशभूषा में रथयात्रा से जुड़े। रथयात्रा में यात्रा में बैंड,घोड़े, ऊंट गाड़ियां बग्गियों पर राधा कृष्ण, भगवान भोले बिराजे तथा बटुक वेदपाठ करते हुए रहे। जीवंत झांकियां,के साथ महर्षि पाराशर की झांकी भी रही। रथयात्रा मंदिर परिसर में पहुँचने के उपरांत सभी श्रद्धालु महाआरती में भाग लिया।
भव्य श्रृंगार,संर्कीतन में जुटे लोग
अध्यक्ष रास बिहारी पारीक ने बताया कि श्रीपुरा स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से आयोजित रथयात्रा के पूर्व भगवान का संकीर्तन किया दोपहर 2 बजे किया गया। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से ढोलक, मृदंग, ताल, हारमोनियम, तबला आदि वाद्य यंत्रों से मंदिर परिसर में सामूहिक संकीर्तन किया। इस अवसर पर भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहिन सुभद्रा मंगलाचार के साथ स्नान के बाद वस्त्र पहनाए और फूलो से भव्य झांकी सजाई। पूर्व अध्यक्ष रवि पारीक ने बताया कि भगवान जगन्नाथ को सजाने के लिए विशेष वस्त्र,आभूषण और अन्य सामग्री का उपयोग होता है। सम्पूर्ण मंदिर परिसर को विद्युत आभा से सुशोभित था।
महामंत्री अशोक पारीक ने बताया कि रथयात्रा में कैलाशपारीक , रमेश व्यास,कमलेश पारीक,डॉ श्री पारीक,सत्यनारायण पारीक,शिव गोपाल पारीक,जय प्रकाश पारीक,महेंद्र पारीक,देवेंद्र पारीक साबरमती,अशोक व्यास,विष्णु प्रसाद पारीक,रेवती रमन पारीक, विनोद पारीक
लक्ष्मी कांत पारीक, ,महेश पारीक,मदन गोपाल पारीक,,अक्षय पारीक,भूपेंद्र पारीक,कैलाश पारीक,दिनेश पारीक,राकेश,
योगेश पारीक, ,योगेश पारीक(ढोटी वाले),सीताराम पारीक,निर्मला पारीक,अनीता पारीक,प्रतीक्षा पारीक,रश्मि पारीक,रानी पारीक आदि लोगों उपस्थित रहे।