अपराधी आज़ाद और निर्दोष पर महेशनगर थाना जयपुर की पुलिस बनी जल्लाद
शरीफ़ों को बदमाश बनाने पर तुली महेश नगर थाना पुलिस
अपराधियों के साथ साँठगाँठ करके शरीफ़ और निर्दोष लोगों से पुलिस का व्यवहार दोगलापन दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है कि अपराधी खुलेआम घूमता है और निर्दोष न्याय के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाता है या दुबक कर दूर हो जाता है।इस गम्भीर विषय में भाजपा शासन और सुधांशु पन्त व डीजीपी यू आर साहू के प्रशासन को इस पर कड़ी निगरानी रखकर इन भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों व भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
रिद्धि सिद्धि रोड़ गोपालपुरा मोड़ पर 11 बजे तक सरस् डेयरी चलाने पर महेश नगर थाना एसएचओ लक्ष्मीनारायण सहित दो पुलिस कर्मियों ने जानवरों की तरह मारा डेयरी संचालक 24 वर्षीय अनिरुध्द सिंह राठौड़ को और पूरी रात रखा थाने में बंद और लगाई 151 की धारा जबकि लगभग 20 से ज़्यादा रेस्टोरेंट, ढाबे,थड़ियाँ,दुकानें खुली रहीं 12बजे बाद देर रात्रि तक।
शालिनी श्रीवास्तव
जयपुर हिलव्यू समाचार।
8 जून की रात रिद्धि सिद्धि रोड़,गोपालपुरा मोड़ जयपुर पर 11 बजे चेतक में महेश नगर थाना के थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण,एक सिविल ड्रेस व्यक्ति और एक पुलिसकर्मी 24 वर्षीय विधवा माँ के पुत्र मासूम अनिरुद्ध की सरस डेयरी पर जाते हैं और उसे आवाज़ देकर डेयरी से बाहर बुलाते हैं और बिना कुछ कहे सुने बिना कोई लिखित नोटिस दिए उसे लाते-घूँसे मारते हैं जिसमें सिविल ड्रेस का व्यक्ति भी होता है इस तरह तीनों ही और उसे बिना किसी अपराध के महेश नगर थाना उठाकर ले जाते हैं यह सारी घटना कैमरे में क़ैद होती रहती है और इसके बाद भी हैवानियत देखें थाने में ले जाकर हवालात में भी लात घूँसे से पूरे शरीर पर वार करते हैं और उसे हवालात बन्द कर देते हैं। उसका अपराध इतना था कि SP के आदेश अनुसार 11 बजे तक थड़ी संचालित कर रहा था जो नियम पूरी राजधानी जयपुर में लागू है मगर राजधानी रात भर चलती है मगर अनिरुध्द को तो नियमों में रखकर भी पेट पालने का अधिकार नहीं आख़िर क्यों?
पुलिस की अपराधियों और रसूखदार लोगों के साथ मिलीभगत इस काम को अंज़ाम दिलाती है क्योंकि आसपास संचालित रेस्टोरेंट की चाय कॉफी इस थड़ी से प्रभावित हो रही थी और उनकी पहुँच पुलिस तक है जिसे वो हफ़्ता, चाय नाश्ता और कई सुविधाओं से लबरेज़ रखते हैं।
अनिरुध्द और उनकी माता चमन कंवर से बातचीत के अंश
प्रश्न : अनिरुध्द क्या हुआ था 08 जून की रात आपके साथ
उत्तर अनिरुद्ध : मैं रिद्धि सिद्धि स्थित अपनी डेयरी पर सामान समेट रहा था कि महेश नगर थाना से एसएचओ साहब की गाड़ी आयी और एसएचओ सर ने मुझे बाहर सड़क पर बुलाया और मुझे लातों से मारना शुरू कर दिया उनके साथ सिविल ड्रेस का आदमी भी मुझे मारने लगा और कह रहे थे देर रात तक थड़ी चला रहा है जबकि उस वक़्त 11 बजे का समय था और आसपास के पूरे रेस्टोरेंट, दुकानें और थड़ियाँ खुले हुए थे। मुझे थाने ले गए और मुझे वहाँ भी एसएचओ सहित सिविल ड्रेस के आदमी और एक पुलिसकर्मी ने मारा। मुझे पूरी रात बन्द रखा और 151 का केस बना दिया। मेरा अपराध क्या था?
प्रश्न : चमन जी! पुलिस के इस वहशीपन पर क्या आपने न्याय की माँग की है या कहीं उच्च अधिकारियों को शिक़ायत की है?
उत्तर चमन कंवर: जी मेरे 24 वर्षीय पुत्र के साथ बिना किसी वजह मारपीट की है महेशनगर थाना पुलिस ने और उसे रात भर हवालात में रखकर उस पर बेवजह का केस बनाया है। मैं न्याय के लिए लड़ूँगी मैं विधवा ज़रूर हूँ लेकिन इतनी कमज़ोर नहीं कि अपने हक़ और हमारे साथ हुए अन्याय के लिए लड़ न सकूँ!
इस सम्बन्ध में महेश नगर थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण से हुई बातचीत के अंश-
प्रश्न : थड़ी के संचालन पर किस तरह की राठौड़ी कार्यवाही की है सर आपने?
उत्तर: हमने कुछ ग़लत नहीं किया बेवजह कार्यवाही नहीं की है देर रात तक थड़ी संचालित कर रहा था इसीलिए कार्यवाही की है।
प्रश्न : सर क्या सभी दुकानदारों,रेस्टोरेंट संचालकों,होटल बार संचालकों को जो देर रात तक खुला रखते हैं उनको इसी तरह सड़क से मारते हुए ले जाते हैं आप और थाने में रात भर रखकर 151 का केस लगाते हैं?
उत्तर: बिना वजह हम कुछ नहीं करते। SP साहब के 11 बजे दुकाने,थड़ी सब बन्द करने के आदेश है हम तो वह पालना करवाते हैं।
(अनिरुध्द की थड़ी 11 बजे तक खुलती है और बाक़ी लोगों की देर रात 2-3 बजे तक महेशनगर पुलिस की विशेष मेहरबानी से क्यों?)