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पार्ट 06 : मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर भ्रष्टाचार के चरम पर

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पार्ट 06 : मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर भ्रष्टाचार के चरम पर

न्यायालय से बड़ा हो गया है नगर निगम मालवीयनगर जोन ग्रेटर

सीनियर सिटीजन की तकलीफ़ से मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर को नहीं कोई सरोकार

प्लॉट न.358 गुरुनानकपुरा राजापार्क के सीनियर सिटीजन अरुण कुमार तनेजा के हवा पानी और निजता को खंडित किया है प्लॉट 363 के मालिक तेजप्रकाश कक्कड़ ने।

प्लॉट न. 363 गुरुनानकपुरा राजापार्क का अवैध निर्माण निगम के भ्रष्टाचार को प्रमाणित कर रहा है।

प्लॉट 363 गुरुनानकपुरा की यह बहुमंज़िला इमारत 30 फीट रोड़ पर बिना निगम अनुमति ज़ीरो सेटबैक पर बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनकर खड़ी हो गई है और उपायुक्त का कहना है ये निगम का मामला नहीं। क्या उपायुक्त अर्शदीप बरार को निगम राजस्व की वसूली से कोई लेना देना नहीं है?

एक तरफ़ डीएलबी डायरेक्टर सुरेश ओला ने आदेश जारी करते हुए लिखा है कि समस्त निकाय किसी भी व्यय से पूर्व अपना कोष जाँच लें।केन्द्र राज्य सरकार या राज्य सरकार या किसी अनुदान से उम्मीद न करें। यह आदेश इसीलिए जारी हुए हैं कि निगम का भ्रष्टाचार चरम पर है।निगम का राजस्व ग़ायब है और निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की ज़ेबें गर्म हैं।

हर तरफ़ निगम के क्षेत्रों में राजस्व की चोरी हो रही है बिना अनुमति शुल्क जमा किये बहुमंज़िला इमारतें बन रहीं हैं। सड़कें खोदी जा रही हैं। निगम को जमा किये जाने वाले शुल्कों की स्थिति क्या है जाँच करे भजन सरकार तो पता लगेगा कि निगम में कितना भ्रष्टाचार मचा हुआ है।

आइए जानते हैं पूरा मामला एक नज़र में-
30 अक्टूबर 2023 को मकान न.358 के निवासी अरुण कुमार तनेजा ने मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर में लिखित शिक़ायत दर्ज की मगर उस पर निगम ने कोई कार्यवाही नहीं की। शिक़ायत थी कि उनके मकान के पीछे प्लॉट न.363 स्थित है जो कि एक आवासीय प्लॉट है मगर निगम की अनुमति के बिना वहाँ बहुमंज़िला अवैध इमारत खड़ी हो चुकी है जिससे प्लॉट 358 के सीनियर सिटीजन अरुण कुमार तनेजा के मकान का हवा, पानी बन्द हो गया है क्योंकि मकान प्लॉट साइज़ से 5 गुना ऊपर चढ़ा दिया गया है।जिसमें लगभग 25 फ़्लैट्स हैं और उनकी पार्किंग कहीं नहीं है।

सबसे बड़ी बात लाख का प्लॉट करोड़ों में बदल गया है। एक एक फ्लैट की कीमत 50 से 60 लाख रुपये है ऐसी स्थिति में निगम और पुलिस के साथ मिलीभगत होना प्रमाणित हो जाता है कि पीड़ित सीनियर सिटीजन अरुण कुमार तनेजा की निगम और पुलिस में कोई सुनवाई नहीं हुई।
प्लॉट न.363 का अवैध निर्माण निगम की मिलीभगत और साँठगाँठ के बिना सम्भव नहीं है क्योंकि प्लॉट 30 फिट सड़क पर स्थित है जिस पर 03 मन्ज़िल से ज़्यादा निर्माण की अनुमति नहीं दी जा सकती है।जबकि
तेजप्रकाश कक्कड़ जो कि अवैध निर्माणकर्ता है ने 5-6 मंज़िला अवैध इमारत खड़ी कर ली है।
इसके चलते पीड़ित सीनियर सिटीजन अरुण कुमार तनेजा ने कोर्ट की शरण ली और उन्हें न्याय भी मिला कि 16 अप्रैल 2024 को प्लॉट 363 गुरुनानकपुरा पर यथास्थिति बनाये रखने का स्थगन आदेश दे दिया ।
किंतु आश्चर्य की बात है कि 16 अप्रैल से आज तक अवैध निर्माण आज भी निर्बाध गति से चालू है।
कोर्ट स्टे के बावजूद निरन्तर अवैध निर्माण जारी है और इसमें सहयोगी बनी हुई है मालवीयनगर ज़ोन निगम उपायुक्त अर्शदीप बरार क्योंकि पीड़ित जब उनसे स्टे की बात कहता है तो जवाब में वो बेझिझक कहतीं हैं कि “कोर्ट ने स्टे बिल्डर को दिया है निगम को नहीं”यानी उनको कोर्ट के आदेश से कोई लेना देना नहीं है?
जबकि पीड़ित अरुण कुमार तनेजा ने उपायुक्त नगर निगम के ख़िलाफ़ ही कोर्ट में पिटीशन लगाई है *

21 अप्रैल 2024 को आदर्शनगर थाना पुलिस को कोर्ट की अवमानना के लिए सीनियर सिटीजन अरुण कुमार तनेजा जब परिवाद देते हैं तो उल्टा पुलिस उन्हीं पर केस बनाने की धमकी देती नज़र आती है और अवैध निर्माणकर्ता तेज़ प्रकाश कक्कड़ पूरी बेशर्मी और झूठ के साथ आदर्शनगर थाने में पीड़ित के ख़िलाफ़ परिवाद दर्ज करवाता है और पुलिस उसके हाथों की कठपुतली बनकर पीड़ित को ही धमकाने लगती है।
निःसन्देह निगम और पुलिस की मिलीभगत ही कोर्ट के आदेश की अवमानना करने का बल दे रही है तेजप्रकाश कक्कड़ यानी अवैध निर्माणकर्ता ने निगम और पुलिस दोनों की सेवा पानी कर दी है।
22 अप्रैल 2024 को नगर निगम को कोर्ट अवमानना का नोटिस भी पीड़ित के अधिवक्ता द्वारा दिया जा चुका है लेकिन मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर वास्तव में ग्रेट है उसे न्यायालय से कोई खौफ़ नहीं बल्कि उनकी प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि उन्हें कोर्ट से क्या लेना देना। न्यायालय और न्यायालय के आदेश से बड़ा हो गया है नगर निगम मालवीयनगर जोन और न्यायाधीश से बड़ी हैं उपायुक्त अर्शदीप बरार कि उन्हें कोई परवाह नहीं कोर्ट स्टे की यहाँ तक कि अवैध निर्माण से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।
हिलव्यू समाचार की टीम जल्द ही आयुक्त,उपायुक्त ग्रेटर निगम और आदर्शनगर थाना पुलिस से संपर्क कर मामले पर टिप्पणी लेगी।
तब तक आप भी अगर पीड़ित है किसी भी प्रकरण में तो सम्पर्क करें –
हिलव्यू समाचार टीम से इन नंबर्स पर-
7976561127,9928856290




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