पार्ट 05 : मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर भ्रष्टाचार के चरम पर
A-111 रामगली न.05 का अवैध निर्माण भजन की ज़ीरो टॉलरेंस भ्रष्टाचार नीति पर भारी
प्लॉट न.A-111 रामगली न.05 के अवैध निर्माण में मालवीयनगर जोन की साँठगाँठ
ज़ीरो सेटबैक पर बनी इस बहुमंज़िला इमारत में मोटी रक़म का लेनदेन निगम और पड़ौसी से किया है बिल्डर ने राजस्व की चोरी बिल्डर नहीं बल्कि निगम के अधिकारी कर रहे हैं
A-111 रामगली न.05 कॉर्नर का अवैध निर्माण तो है ही आसपास की दो तरफ की सड़क पर भी बिल्डर ने कब्ज़ा किया है
पड़ौसी की दीवार से दीवार मिलाकर 5-6 मंज़िला इमारत अवैध रूप से बिल्डर ने खड़ी कर ली और उपायुक्त और जेईएन शांत कैसे रहे?
हर छत के हिसाब से उपायुक्त को मिलती है ख़ैरात और जेईएन एईएन निर्माण शाखा का हिस्सा होता है
इसीलिए क्या उपायुक्त अर्शदीप बरार ने रोकी हुई है कार्यवाहियाँ नगर निगम मालवीयनगर जोन की
बहुमंज़िला अवैध निर्माण अब अंतिम चरण में प्लॉट न.A-111रामगली न.05,आवासीय में कमर्शियल बहुमंज़िला अवैध निर्माण,निगम की कोई अनुमति नहीं,ज़ीरो सेटबैक अवैध निर्माण लगातार
एक-एक फ्लैट्स की क़ीमत 70-80 लाख रुपये और निगम की कोई आय नहीं बल्कि निर्माण स्वीकृति की भी चोरी कर राजस्व को चूना लगा रहे हैं निगम अधिकारी बिल्डर्स के साथ साँठगाँठ करके।
मालवीयनगर जोन की उपायुक्त अर्शदीप बरार अवैध निर्माणों और अतिक्रमणों पर काम क्यों नहीं कर रहीं कोई भी कार्यवाही के आदेश क्यों नहीं दे रहीं
अब ये जानकारी देनी होगी निगम ग्रेटर की आयुक्त रुक्मणी रियाड़ को या फिर जवाब देंगे यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और चीफ सेक्रेटरी सुधांशुपन्त कि
आख़िर क्यों बन रही हैं बिना निगम अनुमति बहुमंज़िला अवैध इमारतें?
आवासिय कॉलोनियों में क्यों पनप रहे हैं बाज़ार?
आख़िर नोटिस के बावजूद भी क्यों हो रहे हैं अवैध निर्माण और अतिक्रमण
जेईएन प्रदीप के क्षेत्र में लगभग 50 से ज़्यादा हो रहे अवैध निर्माण और पूरे मालवीयनगर जोन क्षेत्र की बात करें तो 300 से ज़्यादा अवैध निर्माण हैं ज़ोरों पर मगर निगम की ओर से कोई कार्यवाही नहीं हो रही आख़िर क्यों?
क्या भजन सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस की नीति यही है कि निगम राजस्व की चोरी में जुटे हैं और बिल्डर्स अवैध बहुमंज़िला इमारतें बनाकर कुछ लाख के प्लॉट को करोड़ों में बदल रहे हैं