पार्ट 04 : मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर भ्रष्टाचार के चरम पर
प्लॉट न.562 उदय मार्ग राजापार्क गली न.07 इसका जीता जागता उदाहरण
क्या उपायुक्त अर्शदीप बरार ने रोकी हुई है कार्यवाहियाँ या यूँ कहें कि बिल्डर्स से हो गयी है साँठगाँठ नगर निगम मालवीयनगर जोन के अधिकारियों की
निर्माण शाखा जीईएन प्रदीप के संज्ञान में सारा मामला देने पर भी प्रदीप नहीं कर रहे कोई साइट विजिट आख़िर क्यों?क्या पूर्व जेईएन का है कोई दबाव या इनकी भी बिल्डर से हो गयी है साँठगाँठ।
बहुमंज़िला अवैध निर्माण अब अंतिम चरण में प्लॉट न.562,उदय मार्ग गली न.07,आवासीय में कमर्शियल निर्माण,निगम की कोई अनुमति नहीं,ज़ीरो सेटबैक अवैध निर्माण लगातार जारी
मालवीयनगर जोन की उपायुक्त अर्शदीप बरार अवैध निर्माणों और अतिक्रमणों पर काम क्यों नहीं कर रहीं कोई भी कार्यवाही के आदेश क्यों नहीं दे रहीं
अब ये जानकारी देंगी निगम ग्रेटर की आयुक्त रुक्मणी रियाड़ या फिर जवाब देंगे यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और आवश्यकता हुई तो चीफ सेक्रेटरी सुधांशुपन्त जवाब देंगे कि आख़िर नगर निगम क्यों नहीं कर हैं अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्यवाही?
आख़िर क्यों बन रही हैं बिना निगम अनुमति बहुमंज़िला अवैध इमारतें?
आवासिय कॉलोनियों में क्यों पनप रहे हैं बाज़ार?
आख़िर नोटिस के बावजूद भी क्यों हो रहे हैं अवैध निर्माण और अतिक्रमण
जेईएन प्रदीप के क्षेत्र में लगभग 50 से ज़्यादा हो रहे अवैध निर्माण और पूरे मालवीयनगर जोन क्षेत्र की बात करें तो 300 से ज़्यादा अवैध निर्माण हैं ज़ोरों पर मगर निगम की ओर से कोई कार्यवाही नहीं हो रही आख़िर क्यों?
प्लॉट 562/7 उदय मार्ग राजापार्क का सड़क पर फैला मेटेरियल, सरिया गिट्टी सीमेंट गार्ड रूम निगम की लचरता और बिल्डर की मनमानी दर्शाता है और साथ ही भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को भी।