अवैध निर्माण के सीजर में नगर निगम आदर्शनगर जोन हैरीटेज की दोगली नीति क्यों?
अतिक्रमण,अवैध निर्माण या नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाली किसी कार्यवाही के लिए क्या निगम को किसी मुख़बिर,ख़बरी, शिकायतकर्ता की आवश्यकता है?
प्लॉट 474 – 475 बीस दुकान आदर्श नगर की बिल्डिंग के अवैध निर्माण को सीज किया और उसी के पास ज़ीरो सेटबैक पर बिना नगर निगम परमिशन के बड़े बड़े बेसमैंट सहित बन रही प्लॉट न.476 को सीज़ क्यों नहीं किया गया,क्यों?
474-475-476 तीनों अवैध कर्मशियल निर्माण जिसमें निगम को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया है बिल्डर्स ने
शालिनी श्रीवास्तव/कुलदीप गुप्ता
जयपुर हिलव्यू समाचार
आदर्शनगर जोन नगर निगम हैरीटेज लगातार शानदार कार्यवाही कर रहा है लेकिन इसी के साथ इसकी दोहरी नीति आम जनता में आदर्शनगर जोन के अधिकारियों व कमर्चारियों को कटघरे में खड़ा कर रही है क्योंकि जहाँ एक ओर प्लॉट 474-475 बीस दुकान आदर्शनगर जयपुर का अवैध कमर्शियल निर्माण बिना निगम परमिशन के ज़ीरो सेट बैक,अवैध शोरूम्स,अवैध बैसमेंट्स, अवैध पेंट हाउस होने के कारण बिल्डिंग पर सीजर की कार्यवाही कर दी गयी जो निगम की कार्यवाही का बड़ा शानदार निर्णय रहा वहीं दूसरी और उसी से सटी प्लॉट नंबर 476,बीस दुकान आदर्शनगर ज़ीरोसेट बैक, अवैध कमर्शियल निर्माण,बिना निगम परमिशन के ज़ीरो सेट बैक,अवैध शोरूम्स,अवैध बैसमेंट्स, अवैध पेंट हाउस को सीज नहीं किया गया।।
बिल्डर,लाइजनर जुगाड़ी शातिर विनोद पारवानी की प्लॉट न. 476 की बिल्डिंग पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती यहाँ तक कि नोटिस भी जारी नहीं होता आख़िर क्यों?अब तक विनोद पारवानी के 15 से ज़्यादा जेवी और ख़ुद के प्रोजेक्ट निरन्तर चल रहे हैं और सभी अवैध हैं लेकिन एक पर भी कार्यवाही नहीं हुई है।
आख़िर नगर निगम इस तरह की कार्यवाही क्यों करता है कि एक को छोड़ दूसरी को सीज करता है।
निगम हैरीटेज आदर्शनगर जोन के उपायुक्त युगान्तर शर्मा को इस तरह के मामलों में स्वयं को संज्ञान लेने की आवश्यकता है अन्यथा आदर्शनगर जोन नगर निगम की छवि आम जनता में दोहरी और संदिग्ध प्रमाणित होती जा रही है।