ग्रेटर निगम जयपुर का ये कैसा तुगलकी फ़रमान ?
आम जनता से मिलने समय केवल और केवल दोपहर 3 से 5 क्यों
नगर निगम ग्रेटर के मुख्य दरवाज़े पर चिपका हुआ नोटिस बना मुसीबत का नोटिस
सीनियर सिटीजन भी त्रस्त परेशान
काट रहे है चक्कर लगातार
नहीं हो रहे है आम जनता के काम
शालिनी श्रीवास्तव
हिलव्यू समाचार, जयपुर। आम जनता की राहत के लिए बनाया ग्रेटर नगर निगम अब बन गया है मुसीबतों का निगम।
मुख्य दरवाजे पर चिपका हुआ नोटिस आम जनता को दोपहर 3 बजे से पहले अंदर आने की अनुमति नहीं देता है ये कैसा तुगलकी फ़रमान है निगम प्रशासन का?
अगर आम जनता को किसी भी कार्य के लिए ग्रेटर नगर निगम आना है तो 3 बजे से पहले अधिकारियों से नहीं मिल सकते हैं और निगम मुख्यालय में प्रवेश कर भी लिया तो अधिकारी अपनी सीट पर मिलेंगे इसका कोई भरोसा नहीं।
ग्रेटर महापौर सौम्या को पहले भी इसके बारे में हिलव्यू समाचार ने जानकारी दी थी तो महापौर का कहना था कि मुझे तो इसके बारे में जानकारी नहीं थी मैं इसको दिखवाती हूँ पर उसके बाद भी वही ढाक के तीन पात रहे और अब तो भाजपा सरकार आने के बाद मेयर सौम्या गुर्जर नज़र ही नहीं आ रहीं।
न हालात सुधरे और न ही निगम के नाकारा तेवर!
सीनियर सिटीजन व महिलाओं के काम को प्राथमिकता देने की बात करने वाली सरकार के नुमाइंदों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
ये कैसा प्रशासन है?
गहलोत सरकार में भी यही हाल था और आज भी यही हाल है।
आख़िर जनता के दर्द को कौन समझेगा?