ये क्या अनर्थ कर रही है भजन सरकार?
डीएलबी के भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की झूठी शिकायतों पर ईमानदार अफसर और कर्मचारियों पर गिर रही गाज़
ईमानदार अधिकारी और कर्मचारी क्यों हैं राजधानी से दूर किसी गाँव या शहर में
लगातार जारी होती प्रशासनिक स्थानांतरण सूचियों में भ्रष्ट अधिकारियों की डिज़ायर विधायकों और मंत्रियों से भी ज़्यादा मान्य क्यों हो रही है
डीएलबी में बैठी हैं भ्रष्ट अधिकारी पूर्व डीएलबी डायरेक्टर हृदेश शर्मा की फ़र्ज़ी गैंग जो कर रही है सचिवालय से लेकर डीएलबी की जारी सूचियों में फेरबदल
मंत्रियों और विधायकों और डिज़ायर इन प्रशासनिक कार्यालयों में जाकर टाइपिंग में त्रुटि कर बदली जा रही है
भ्रष्टाचार का इतना बड़ा खेल भजन सरकार की नाक के नीचे कैसे सम्भव है जो सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है
डीएलबी व सचिवालय की भ्रष्ट गैंग को अब भजन सरकार को विदाई देनी होगी जो पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और पूर्व डीएलबी डायरेक्टर हृदेश शर्मा से प्रभावित और आज भी सन्चालित है। भजन सरकार को भी अपनी स्वच्छ छवि को दाग़दार छवि से अगर बचाना है तो डीएलबी और सचिवालय में 3 से 5 साल के मध्य टिके अधिकारियों व कर्मचारियों को दूर दराज़ भेजना ही होगा।
पूर्व मुख्य सचिव उषा शर्मा ने आदेश भी जारी किए थे कि अब 3 साल से ज़्यादा कोई भी अधिकारी व कर्मचारी किसी विभाग में नहीं टिक सकेगा लेकिन आज भी कई भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों की गैंग इन मुख्य विभागों में मौजूद है जो लगातार प्रशासनिक ताकत को कमज़ोर कर रही है और वर्तमान सरकार की छवि को लगातार धूमिल कर रही है।
स्थानांतरण सूची में फर्जीवाड़ा लगातार हो रहा है ऐसे में भजन सरकार को आँख, नाक और कान खोलकर सख़्ती बरतने की आवश्यकता है और भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों और यहाँ तक कि भ्रष्ट भाजपा नेताओं पर नकेल कसने की आवश्यकता है।