निगम कैसे और क्या कार्यवाही करते हैं अवैध निर्माणों अतिक्रमणों पर?
आदर्शनगर जोन के जेईएन विजेंद्र मीणा से सीधी बातचीत
क्या शहर की बढ़ती आबादी और घनत्व का बड़ा कारण है बहुमंज़िला अवैध इमारतें नहीं हैं
शालिनी श्रीवास्तव
जयपुर हिलव्यू समाचार।
20 से 30 फ़ीट गली में चार से आठ मंज़िला इमारतें बन जाना अपने आप में बड़ा प्रश्नचिन्ह है निगम प्रशासन के सामने
आख़िर क्यों नहीं होती कार्यवाही अवैध बिल्डिंग्स की भर्ती शुरू होते ही
छत-दर-छत डलती जाती हैं और निगम नींद में होता है। अब नींद में होता है या नींद की गोली देकर सुला दिया जाता है यह हमारे सोचने समझने का विषय है
आख़िरकार शहर में बनती अवैध बहुमंज़िला इमारतें बिल्डर्स के हौसले दिखाती है या निगमों का भ्रष्टाचार?
बिना स्वीकृति,बिना नक़्शे, बिना ले-आउट प्लान, बिना प्लॉट पुनर्गठन, बिना भूमि रूपांतरण यहाँ तक कि बिना पार्किंग भी,बैसमेंट्स और पेंट हाऊस धड़ाधड़ी से बनकर खड़े हो जाते हैं और नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से कोई नोटिस,कोई कार्यवाही नहीं होती आख़िर क्यों?
आईये जानते हैं जेईएन विजेंद्र मीणा आदर्शनगर जोन नगर निगम हैरीटेज से-