रंधावा का बयान हास्यास्पद, अपने अल्पज्ञान में करें वृद्धि और देश से माँगे माफी डाॅ. अलका गुर्जर
नेहरू और इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए भारत रत्न से स्वयं को नवाजा था जो कि नैतिक रूप से ग़लत है डाॅ. अलका गुर्जर
कार्यालय संवाददाता
जयपुर हिलव्यू समाचार
5 फरवरी 2024। भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री डाॅ. अलका गुर्जर ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा द्वारा पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी पर दिए गये बयान पर पलटवार किया है। डाॅ. अलका गुर्जर ने रंधावा से अपने अल्प ज्ञान में वृद्धि करने और माफी मांगने के लिए भी कहा।
भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री डाॅ. अलका गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिह रंधावा का यह बयान कि ‘‘आडवाणी को जीवित होते हुए भारत रत्न दिया जबकि भारत रत्न तो मरने के बाद मिलता है’’ रंधावा का यह बयान बेेहद हास्यास्पद है और उनके अल्पज्ञान को दर्शाता है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी उसी कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसके प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1955 में स्वयं प्रधानमंत्री रहते हुए भारत रत्न प्राप्त किया था। इन्हीं की पार्टी की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 में प्रधानमंत्री रहते हुए भारत रत्न से स्वयं को नवाजा था जो कि नैतिक रूप से गलत है।
भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री डाॅ. अलका गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज उन लोगों को यह अवार्ड मिल रहे हैं जो कि आम भी हैं, और किसी न किसी तरीके से खास भी है। देश के लिए लालकृष्ण आडवाणी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता उन्होने भारत की संस्कृति और सनातन को सुदृढ़ करने में विशेष योगदान दिया है। इसलिए उन्हे यह सम्मान दिया जाना बेहद आवश्यक था। वहीं क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले स्पोर्ट्समैन सचिन तेंदुलकर को भी क्रिकेट के क्षेत्र में देश को विशेष पहचान दिलाने के लिए जीते जी भारत रत्न ने नवाजा गया। कांग्रेस प्रभारी रंधावा को अपने इस अनर्गल बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए और अपने अल्पज्ञान में सुधार करना चाहिए।