सुने भजन सरकार हम ग़रीबों की पुकार : चुनावी रंजिश को लेकर सरपंच ने छीनी पांचाराम मेड़ता की पुश्तैनी ज़मीन
बिना नोटिस मेड़ता के भ्रष्ट तहसीलदार भागीरथ चौधरी ने पुश्तैनी निजी ज़मीन ली कब्ज़े में
अन्याय के बावजूद नए नियमों का हवाला देकर तहसीलदार माँग रहा 40 हज़ार सीमाज्ञान से
ग्राम आकेली-ए,मेड़ता ज़िला नागौर पर स्थित खेत खसरा नंबर 19,19/ 1702 एवं कब्जासुधा बाड़ा जो कि खसरा नंबर 905 में रकबा 0.01 हेक्टर पर स्थित है वह प्रार्थीगण का वह इस स्वयं का बाड़ा रहा है जिसकी किस्म बारानी-4 है जो कि 110 साल पुराना है। जिसका प्रार्थी पुनः कब्ज़ा चाहता है।
मेड़ता तहसीलदार भागीरथ चौधरी ने सरपंच अशोक गोलियां के प्रभाव में आकर पैसे लेकर मिलीभगत करके गैर कानूनी तरीके से जिला कलेक्टर नागौर के यहां पर 23 मार्च 2022 को जवाब देने की तारीख में पेशी नियत होने के बावजूद पूर्व में ही 15 मार्च 2022 को तहसीलदार मेड़ता भागीरथ चौधरी ने अपने कार्यालय में एक आदेश निकाल दिया जिससे कि बिना सूचना और बिना नोटिस दिए ग्राम आकेली मेड़ता निवासी पांचाराम के बाड़े की ज़मीन को बेवजह, अनाधिकृत अपने कब्ज़े में ले लिया। जबकि इसके अतिरिक्त वहाँ पर कई सारे लोगों के अवैध बाड़े बने हुए हैं,अवैध मकान बने हुए हैं उन्हें कुछ नहीं किया।
पांचाराम म चाहता है कि सीमा ज्ञान हो ताकि उसकी सीमा की जमीन उसे वापस मिले और जिन लोगों ने अवैध कब्ज़े और अतिक्रमण किए हुए हैं उन पर कार्रवाई हो लेकिन उस अकेले अवैध कार्यवाही करके सरपंच अशोक गोलियां ने उसके साथ चुनावी रंजिश निकाली है।