डीएलबी में दस लाख की रिश्वत देने के लिए दानपत्र लेकर घूम रहे सीनियर सिटीजन कन्हैयालाल पंजाबी
सूचना के बदले डीएलबी असिस्टेंट डायरेक्टर शरद तिवारी पर 10 लाख की रिश्वत माँगने का आरोप लगा रहे पंजाबी
पीड़ित ने बताया कि “ऊपर भी देना पड़ता है कहा शरद तिवारी असिस्टेंट डायरेक्टर डीएलबी ने”
शालिनी श्रीवास्तव
जयपुर हिलव्यू समाचार।
सीनियर सिटीजन पीड़ित एवं परिवादी कन्हैयालाल पंजाबी जोधपुर 5 साल से अपने साथ हुए फर्ज़ीवाड़े को प्रमाणित करने के लिए सूचनाएँ लेने हेतु काट रहा चक्कर
फ़र्ज़ी रूप से कन्हैया लाल पंजाबी की दो फर्म से उठाए गए करोड़ों के टेंडर जिसमें नगरपालिका से डीएलबी के अधिकारी भी हैं लिप्त
अजमेर की फर्म चन्द्र-चंद्रा इलेक्ट्रिक वर्क्स और चतुर इलेक्ट्रिकल वर्क्स ने नगरपालिका सांचौर एवं डीएलबी के भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर किया है फ़र्ज़ीवाड़ा और धोखा
डीएलबी पर चल रही है साढ़े साती क्योंकि जहाँ का मुखिया यानी निदेशक हृदेश कुमार शर्मा हो वहाँ नवरात्रि के शुभ क़दम कैसे पड़ सकते हैं?
भ्रष्टता में लिप्त डीएलबी का लगातार सुर्खियों में नाम आ रहा है लेकिन शासनिक और प्रशासनिक रूप से तार ऊपर तक जुड़े हैं यानी कुएँ में ही भाँग घुली है।
पीएमओ,सीएमओ,पूर्व डीजीपी एम,एल,लाठर,
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से तात्कालीन पूर्व महानिदेशक आलोक त्रिपाठी,बी.एल.सोनी,दिनेश एम.एन. अतिरिक्त महानिदेशक सभी जगह अपनी गुहार लगा चुके हैं कन्हैयालाल पंजाबी लेकिन निराशा ही हाथ लगी। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि डीएलबी के कुंड में कितने घड़ियाल मौजूद हैं।