जवाहर नगर प्लॉट न.720 अवैध कमर्शियल निर्माण का सशक्त उदाहरण
बड़ी-बड़ी दुकानें बिक रही हैं करोड़ों में न प्लॉट का भू-रूपांतरण हुआ न निगम से निर्माण स्वीकृति ली गयी
जेब भरने में व्यस्त है निगम अधिकारी और साईट इंजीनियर से बाबू तक
प्लॉट नम्बर 720 जवाहरनगर है सरकारी दस्तावेजों में राजस्व का घाटा देने की बानगी
शालिनी श्रीवास्तव /हिलव्यू समाचार, जयपुर। आदर्श नगर, जवाहर नगर,सिंधी कॉलोनी,फ्रंटीयर कॉलोनी,बीस दुकान,गलता गेट आदर्शनगर जोन के किसी भी रास्ते पर निकल जाइये आपको बिना परमिशन,ज़ीरो सेटबैक की बिल्डिंग बायलॉज के नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए बहुमंज़िला बिल्डिंग्स आपको आसानी से दिख जाएंगी
प्लॉट नम्बर 720, जवाहरनगर , राजापार्क, आवासीय में कमर्शियल निर्माण, निगम को सरकारी दस्तावेजों में राजस्व का घाटा देने की बानगी का एक और ज्वलंत उदाहरण है । बिना परमिशन लिए मन्ज़िल दर मन्ज़िल बनाना और अड़ोसी पड़ौसी के हितों का नुकसान करने में माहिर ये बिल्डर बेपरवाह होकर कार्य करते है। अगर आस पास रहने वाले लोग किसी बात पर टोकते है तो निर्माण कर्ता खुद के रसूख की धमकी देता है और कहने लगता है कि निगम को जेब में रखता हूँ । निगम के लोगों की जेब भरकर आया हूँ और क्या कर लेगा शासन और प्रशासन ? इसी के साथ प्लॉट की क़ीमत लाखों से करोड़ों में बदल जाती है जब उसमें आवासीय की जगह कमर्शियल निर्माण होता है।
आदर्शनगर जोन एक लावारिस जोन है अस्थायी उपायुक्त होने के कारण बहाने और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर आ गए हैं।एईएन और जीईएन सहित आधा नगर निगम आदर्शनगर जोन भ्रष्ट हो गया है।सरकारी तंत्र की लचरता और मिलीभगत इन हालातों को अंज़ाम देती है। विधायक रफ़ीक़ ख़ान ने इस जोन को लावारिस छोड़ा है ताकि चुनावी वक्त में ख़ज़ानों को भरने की प्रक्रिया तेज़ गति से चल सके।