स्वीकृति के विरुद्ध कमर्शियल निर्माण निगम से सांठगांठ का प्रमाण
आसपास के मकानों के आगे बैठे मरीज़ों के परिजनों के लिए कोई जगह नहीं
शालिनी श्रीवास्तव /जयपुर हिलव्यू समाचार ।मंगलम हॉस्पिटल सिंधी कॉलोनी लगातार अमंगल कर रहा ,C-29 व C-30 में अवैध रूप से संचालित हो गया मंगलम हॉस्पिटल ,ट्रांसफार्मर फीट किया गया है मंगलम हॉस्पिटल ने फर्स्ट फ्लोर पर। जबकि इस यूनिट को रखा जाना चाहिए बाहर एक सुरक्षात्मक घेरे में ,जहां शीतलन और वेंटिलेशन के लिए पर्याप्त हवा उपलब्ध हो निर्बाध तरीके से ,
मंगलम में आवासीय में हुई है कमर्शियल एक्टिविटी ,ज़ीरोसेटबैक के अलावा नहीं है पार्किंग की कोई जगह ,मंगलम हॉस्पिटल C-29 व C-30 के कारण बर्फ़ख़ाना चौराहा सिंधी कॉलोनी राजापार्क पर लगा रहता है लगातार जाम!डॉ अमित माथुर का C-29,मंगलम हॉस्पिटल और अवैध निर्माण बन रहा है सरदर्द आसपास रहवासियों के लिए ।
C-29 डॉ अमित माथुर का मंगलम हॉस्पिटल का अवैध निर्माण आदर्शनगर जोन नगर निगम हैरीटेज को भी कटघरे में खड़ा कर रहा है। ज़ीरो सेटबैक पर बनी यह अवैध बिल्डिंग्स आवासीय भूखण्ड में कमर्शियल बन रही हैं। पार्किंग की कोई जगह नहीं निकाली गई। यह अवैध बहुमंज़िला बिल्डिंग्स सड़क की चौड़ाई तो खा ही गयीं हैं और तो और ट्रैफ़िक जाम का मुख्य कारण भी बन गया है। बिना नगर निगम की मिलीभगत और भ्रष्ट नीति के क्या यह सम्भव है?
घँटों जाम रहता है बर्फ़ ख़ाने पर इस हास्पिटल की वजह से।डॉ अमित माथुर का मंगलम हॉस्पिटल किसी का मंगल करे न करे फ़िलहाल बर्फ़ख़ाना चौराहे की शांति को भंग कर रहा है। ज़ीरो सेटबैक, बिल्डिंग बायलॉज के नियम तो ताक पर है हीं, स्वीकृति के विरुद्ध जाकर जो कमर्शियल निर्माण किया गया है वह भी निगम से सांठगांठ को प्रमाणित करता है-।
वहीं इस अस्पताल से आसपास के रहवासियों की सुरक्षा भी ख़तरे में है कि मरीजों के साथ कई तरह के लोग आते हैं। और रात-रात भर कॉलोनी में घरों के बाहर मरीजों के रिश्तेदार व परिजनों के साथ जमावड़ा लगाये रहते है। सबसे बड़ी बात सड़क जाम के कारण जेनरेटर को भी मंगलम हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने फर्स्ट फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया है। जबकि यह कितना बड़ा ख़तरा है आम रहवासियों व हॉस्पिटल के मरीज़ों के लिए? विनाशकाले विपरीत बुध्दि को प्रमाणित कर रहे हैं डॉ अमित माथुर।