जयपुर हिलव्यू समाचार।शालिनी श्रीवास्तव / शासन और प्रशासन स्वयं ज़िम्मेदार हैं अवैध निर्माणों और अतिक्रमण के और कहते है कि कोई शिकायत करें तो करेंगे हम कार्यवाही? पूरे बाज़ार में ख़बर है कि शिकायतें ठंडे बस्ते में और रिश्वत की मोटी रक़म जेब में लेकर पूरी दबंगता से अवैध निर्माण के काम करवाते हैं महेश मान और प्रमाण है पूरा मालवीय नगर जोन का एरिया! राजापार्क की गली नंबर 06 व 07 में भसीन कार के बहुचर्चित अवैध निर्माण के इर्द-गिर्द ढेरों अवैध निर्माण गति पर हैं जो मालवीयनगर जोन के उपायुक्त महेश मान को नज़र क्यों नहीं आ रहे? मन के मीत मिले तो काम जारी अन्यथा काम बंद क्या यही नीति है उपायुक्त मान की।
मालवीय नगर निगम जोन में आज कल ऐसा ही देखने को मिल रहा है। जहाँ एक तरफ भसीन कार गली नंबर 07,उदय मार्ग,राजापार्क कॉर्नर बिल्डिंग का अवैध निर्माण पिछले 8-10 माह से सील होने के कारण बन्द पड़ा हुआ है और सील खुलाने के लिए बिल्डर ने एड़ी चोटी का ज़ोर लगा लिया लेकिन आज तक सील नहीं खुली वहीं दूसरी ओर उसी के बगल में गली नम्बर 6 एवं 7 के बीच में भसीन कार के अवैध निर्माण के दाईं ओर बल्कि इर्द गिर्द सभी जगह आवासीय में कॉमर्शियल निर्माण बड़े धड़ल्ले पर हो रहे है । प्लॉट नम्बर 582 A के अवैध निर्माण के साथ ही प्लॉट नम्बर 574 का निर्माण भी अपनी चरम सीमा पर है।
एक तरफ सरकार नियम-कायदें कानून की बात करती है पर स्वयं ही उन नियमों का मज़ाक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। एक तरफ कार्यवाही कर देती है वही दूसरी और जिस जगह कार्यवाही की जाती है उसके आस पास की अन्य अवैध निर्माण बिल्डिंग्स नहीं दिखती है निगम को आखिर क्यों?
मालवीय नगर निगम जोन के उपायुक्त महेश मान इतना दोगला व्यवहार किस कारण से करते है यह दबी ज़ुबान से चर्चा में है कि बिल्डर से हुई साँठगाँठ सब ठीक कर देती है। बैसमेन्ट,पेंट हाउस पूरी तरह से अवैध हैं। आवासीय में कमर्शियल निर्माण पूरी तरह अवैध हैं। सेटबैक भी ज़ीरो हैं उसके बावज़ूद उपायुक्त महेश मान द्वारा कार्यवाही न होना सारी मिलीभगत प्रमाणित करता है। ऐसे में बिल्डिंग बायलॉज के नियम तो ताक में हैं ही बल्कि आवासीय में बहुमंज़िला बनती यह कमर्शियल बिल्डिंग्स उपायुक्त महेश मान के भ्रष्टाचार की कहानी चीख-चीख कर कहती हैं।