मुख्यमंत्री सलाहकार बनने के बाद से ही नवलगढ़ विधायक राजकुमार शर्मा के रोज नए कच्चे चिट्ठे सामनेआ रहे हैं । अब इस ताजा मामले में जयपुर कॉलेज के संस्थापक आचार्य द्विजेश शर्मा की मौत के बाद ग्राम गोनेर हल्का गोनेर तहसील सांगानेर में स्थित उनकी संपत्ति खसरा नम्बर 3383 की लगभग 30 बीघा ज़मीन पर राजकुमार शर्मा अपने कब्ज़े की आड़ लेकर वन विभाग व जेडीए की 570 बीघा ज़मीन पर भी दिन-दहाड़े कब्ज़ा कर एक अवैध अवैध होटल का निर्माण कर रहे हैं । इस अवैध होटल ग्रास फार्म की अवैध बाउंड्रीवॉल में अनारकली की तरह चुन दिये गए हरे-भरे पेड़ के तने के रूप में जेडीए की बेबसी भी साफ दिखाई दे रही हैं ।
आपको बतादें की नवलगढ़ विधायक और मुख्यमंत्री के सलाहकार राजकुमार शर्मा गोनेर जंगलात के हरे-भरे पेड़ों की कटाई कर वन विभाग ज़मीनों पर कर रहे हैं अवैध कब्ज़ा । राजकुमार शर्मा द्वारा किये गए गोनेर के अवैध कब्ज़े,जंगलात के पेड़ों की कटाई व जेडीए व वन विभाग की ज़मीनों के कब्ज़े की जाँच के लिए सोशियल एक्टिविस्ट अशोक पाठक की शिकायत पर दिनाँक 19 जून 2023 को जेडीए विधि निदेशक द्वारा गठित जाँच कमेटी में शामिल गोनेर की महिला पटवारी ममता बेनीवाल और स्थानीय नागरिक पटवारी मदन सिंह कमेटी के साथ मौक़ा स्थल गोनेर ग्रास फार्म पर पहुँची । हिलव्यू समाचार ने भी लगातार टीम के मौक़े मुआयने को कवरेज़ किया ।
जब जाँच कमेटी और हिलव्यू समाचार की टीम मौके पर पहुंची तो जेडीए जाँच कमेटी भी गोनेर ग्रास फार्म के हरे-भरे कटे हुए पेड़ व जंगलात की ज़मीन पर मुख्यमंत्री सलाहकार राजकुमार शर्मा नवलगढ़ विधायक द्वारा कीये कब्ज़े के सबूत देखकर हैरान राह गई । मौके पर कटे हुए सर वाले हरे-भरे पेड़ भी गहलोत राज में हुए राजकुमार शर्मा के जुल्मों व अपनी दुर्दशा की कहानी ख़ुद कह बयान रहे थे। यहाँ जल्दबाजी में जिंदा पेड़ों को भी अनारकली की तरह दीवार में चुनवा दिया गया । व टीम आने की सूचना मिलने पर काटे हुए पेड़ों को भी आनन फानन में गड्ढों में वापस खड़ा कर लीपापोती करने की कोशिश तक की गई ।
वहीं सूत्रों का कहना है की जेडीए द्वारा होटल की कोई अनुमति नहीं है । न ही है कोई भू-रूपांतरण के दस्तावेज़ पेश कीये गए है । वहीं जंगलात की ज़मीन पर होटल का व्यवसायिक निर्माण भी कहीं ना कहीं जेडीए की भूमिका को भी संदिग्ध बना रहा है ।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र वैभव की भी इसमें 50% हिस्सेदारी है वहीं बाकी जमीन में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और खुद राजकुमार शर्मा की आधी आधी पार्टनरशिप हैं अपने पार्टनर के दम पर ही मुख्यमंत्री सलाहकार राजकुमार शर्मा अपने भूमाफ़ियाओं से पूरी गुंडागर्दी द्वारा जंगलात व जेडीए की ज़मीनों पर लगातार कब्ज़े कर रहे हैं ।
वहीं आसपास के ग्राम वासियों ने भी पुष्टि की कि यहाँ जंगलात से गुज़रने के दो कच्चे रास्ते थे वह भी राजकुमार शर्मा के गुंडों और भूमाफ़ियाओं ने कब्ज़ा कर बन्द कर दिए हैं अब इधर ग्रामवासियों का आना भी लगभग बन्द हो गया है। वहीं गोनेर जाँच कमेटी ने भी माना कि पेड़ों की अवैध कटाई कर जेडीए व जंगलात की ज़मीन पर कब्ज़ा किया गया है । कमेटी ने भूमि सीमांकन,पेड़ों की कटाई व वन विभाग से अन्य जानकारी के लिए बिंदु भी अपनी रिपोर्ट में अंकित किये ।
हालाँकि जेडीए की सरकारी ज़मीन पर बन रहे अवैध होटल निर्माण पर जाँच कमेटी ने नहीं दिया ध्यान। न ही अवैध निर्माण को भीतर से जाकर किया मौक़ा मुआयना लेकिन पुनः सीमांकन की बात रिपोर्ट में अंकित की गई है । अब देखना यह है कि कमेटी क्या रिपोर्ट प्रस्तुत करती है और रिपोर्ट के बाद जेडीए व वन विभाग कर पाएगा कोई कार्यवाही ।
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