सचिन पायलट ने आज दौसा में अपने पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कहा कि 23 साल पहले आज ही के दिन उनके पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. कहा कि वह दृष्य उन्हें आज भी याद हैं. श्रीं सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने अपने पिता से राजनीति सीखी है.कहा कि उनके पिता पहले फौज में थे. वहां काफी तपने के बाद राजनीति में आए.
उन्होंने अन्याय के खिलाफ कभी समझौता नहीं किया. उनके लिए जनहित के मामले सर्वोपरि होते थे. श्रीं सचिन पायलट जी ने कहा कि वह अपने पिता को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी ही तरह वह भी अपने स्वाभिमान और आदर्शों से कभी समझौता नहीं करेंगे. कहा कि मेरी राजनीतिक सोच स्पष्ट है, उन्होंने कहा कि वह अपने पिता का ही अनुशरण करते हुए हमेशा नौजवानों के हितों की बात की है.देश और समाज से भ्रष्टाचार मिटाने की बात की है. युवाओं के लिए रोजगार की बात की है.
सचिन पायलट ने कहा कि आज मौका राजनीति बात करने का नहीं है. इसलिए वह इस मंच से कोई राजनीतिक बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को न्याय जरूर मिलेगा. इसी के साथ उन्होंने साफ कर दिया कि वह भ्रष्टाचार और नौजवानों के मुद्दे पर पीछे नहीं हटेंगे और उनकी लड़ाई जारी रहेगी. ।
हर गलती सजा मांगती है.।मैंने हमारी पूर्व मुख्यमंत्री का विरोध साल के 365 दिन किया लेकिन कभी मेरे मुंह से कोई छोटी बात या अपशब्द नहीं निकला। वे मेरे से उम्र में बड़ी हैं लेकिन आज भी मैं कहता हूं आपने खान आवंटित कर दी चोरी पकड़ी तो रद्द कर दी लेकिन आवंटन तो किया था ।