योजना भवन के बेसमेंट में दो अलमारी से मिले 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार रुपए व एक किलो सोने के बिस्किट
योजना भवन के बेसमेंट में है डायरेक्टरेट आईटी (DOIT) का कार्यालय
भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई।
गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में
देश में 2000 रुपए के नोट बंद होने की खबर के साथ ही जयपुर में सचिवालय के पास स्थित योजना भवन के बेसमेंट में शुक्रवार रात मिली करोड़ों की नकदी व सोने के बिस्किट हुए बरामद ।
योजना भवन की अलमारी से करोड़ों की नकदी और एक किलो सोना मिलने की घटना में योजना भवन स्थित विभागों के अफसर व कर्मचारी भी शक के दायरे में आ गए हैं। आखिर ये सब यहाँ आया कहाँ से इन सब सवालों के जवाब के लिए पुलिस द्वारा आठ कर्मचारियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। पूरे मामले की जांच पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव कर रहे हैं ।
मुख्य सचिव उषा शर्मा व जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने सचिवालय में शुक्रवार देर रात को हुई प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि डीओआईटी में फाइलों का डिजिटलीकरण चल रहा है। यहाँ की दो अलमारी की चाबी नहीं मिल रही थी। शुक्रवार को जब अलमारी के ताले तोड़े गए तो इनमें से सूटकेस में नकदी और सोने के बिस्किट मिले हैं। अब इस मामले में जांच की जा रही है। वहीं
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने पूरे मामले का जल्द ही खुलासा करने का दावा किया है।
श्रीवास्तव ने कहा की यह पैसा किसका है, कैसे आया, इसका इंवेस्टिगेशन किया जा रहा है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
बताया जा रहा है की जिस अलमारी से नकदी और सोना बरामद हुआ, वह कई महीनों से बंद पड़ी थी। बेसमेंट में जहां नकदी मिली है वहां आधार-यूआईडी से जुड़े कर्मचारियों का आना जाना था,
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई। राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है।
राठौड़ ने कहा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ?आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई अधिकारी शामिल नहीं, आखिर माजरा क्या है?
योजना भवन में सरकारी विभाग की अलमारी से करोड़ों की नकदी और सोना मिलने की घटना ने यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था की खामियों के साथ ही कई बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं।