भाजपा जन आक्रोश रथ यात्रा को लेकर प्रदेश के दौरे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने झुंझुनूं में कहा, जनता कांग्रेस सरकार के कुशासन से तंग आ चुकी, 2023 में सत्ता परिवर्तन की ठान चुकी । अशोक गहलोत के शासन में कांग्रेस की पंचलाइन अब भारत जोड़ो नहीं, बल्कि राजस्थान को मरता छोड़ो जैसे हालात कर दिये हैं, किसानों और युवाओं के साथ वादाखिलाफी, चौपट कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार चरम पर: डॉ. पूनियां
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जन आक्रोश यात्रा के जरिये भाजपा जनता से संवाद कर उनके दुख-दर्द और समस्याओं को सुन रही, समाधान के लिए आंदोलनों के जरिये कांग्रेस सरकार को घेरेंगे: डॉ. पूनियां
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भाजपा जन आक्रोश यात्रा को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां प्रदेशभर के तूफानी दौरे पर हैं। 10 दिसंबर को सीकर और नागौर में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जन आक्रोश चौपालों में पहुंचकर कार्यकर्ताओं व आमजन से संवाद के कार्यक्रम हैं और किसानों, युवाओं, महिलाओं के मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं।
इससे पहले सतीश पूनियां पिछले दिनों जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, दौसा, करौली, भरतपुर, पाली के विधानसभा क्षेत्रों में जन आक्रोश यात्राओं में शामिल होकर चौपालों को संबोधित कर चुके हैं। आगामी दिनों में पूनियां जन आक्रोश रथ यात्राओं से लेकर जन आक्रोश रैलियों में प्रदेश के तमाम जिलों में प्रवास करेंगे।
पूनियां ने आज झुंझुनूं, सूरजगढ़, पिलानी में आक्रोश यात्राओं को संबोधित किया, 10 दिसंबर को फतेहपुर, लाडनूं, जायल में संबोधित करेंगे।
झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र के भड़ौन्दा कलां गांव में संबोधित करते हुये पूनियां ने कहा कि, जन आक्रोश यात्राओं में उमड़ रहा यह विशाल जनसैलाब बता रहा है कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार के कुशासन से तंग हो चुकी है और 2023 में सत्ता परिवर्तन की ठान ली है, प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में बनना तय है।
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी का सियासी पाखंड और राजनैतिक पर्यटन है, इस यात्रा से कांग्रेस भी जुड़ जाये इसकी कोई संभावना नहीं है।
कांग्रेस की पंचलाइन अब भारत जोड़ो नहीं, बल्कि राजस्थान को मरता छोड़ो जैसे हालात कर दिये हैं, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने राजस्थान को भगवान के रहमो करम पर छोड़ दिया है, किसानों और युवाओं के साथ वादाखिलाफी, चौपट कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार चरम पर, व्यवस्थाओं की बात करें तो अस्पताल में डॉक्टर नहीं, स्कूल में मास्टर नहीं, ऐसी बदतर स्थिति है, इन तमाम मुद्दों से जनता आक्रोशित है।
कांगेस सरकार के झूठे वादों के खिलाफ जनता के आक्रोश को और मुखर करने के लिए जन आक्रोश यात्राएं निकाली जा रही हैं, पूरे राजस्थान में आमजन इस यात्रा से जुड़ रहा है, यह यात्रा 14 दिसंबर तक चलेगी, इसके बाद 20 दिसंबर तक जन आक्रोश सभाओं का आयोजन होगा।
हमारा लक्ष्य है कि इन यात्राओं के द्वारा हम राजस्थान में 75 हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर दो करोड़ से अधिक लोगों से सीधे संवाद के जरिये पहुंचेंगे, सभी 08 करोड़ लोगों तक संदेश पहुंचायेंगे, उनके दुख-दर्द को सुन रहे हैं और उनके समाधान के लिए आंदोलनों के जरिये राज्य सरकार को घेरेंगे।
आप बताओ कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद राजस्थान में चोरी, डकैती, लूट, हत्या, दुष्कर्म बंद हो गये क्या?
अभी सीकर की घटना जहां एक बेटी के सामने उनके पिता की सरेआम हत्या कर दी गई, तो यह घटना राजस्थान में पहली नहीं है, 04 वर्षों में 8 लाख 31 मुकदमे दर्ज हुए हैं।
इतने मुकदमे आजादी के बाद राजस्थान के अलावा हिन्दुस्तान में किसी भी प्रदेश में दर्ज नहीं हुए। सूरज उगने से छिपने तक रोज 7 लोग मारे जाते हैं प्रदेश में, औसतन 17 बलात्कार रोज होते हैं।
आप लोग बच्चों को कोचिंग कराते हो, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आने के बाद 70 लाख बच्चों ने परीक्षा दी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि एक लाख को नौकरी मिली, बाकि 69 लाख बच्चों के भविष्य का क्या होगा, कोई रोडमैप नहीं है इनके पास।
आपको मालूम होगा कितनी बड़ी नकल हुई राजस्थान में कांग्रेस के राज में, नकल माफिया राज कर रहे हैं। रीट की चीट से बेरोजगारों के साथ तो बड़ा अन्याय हुआ।
350 करोड़ रुपये राजस्थान की जनता से अशोक गहलोत की सरकार बिजली बिलों पर फ्यूल चार्ज, सरचार्ज के नाम पर वसूले, जिसमें उन्होंने वादा किया था कि बिजली के दाम नहीं बढ़ायेंगे, लेकिन लगातार कीमतें बढ़ा रहे हैं।
अशोक गहलोत सरकार ने कोरोनाकाल में राज्य की जनता के साथ सुविधाओं को लेकर भेदभाव किया, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनकल्याणकारी योजनाओं से देश के हर वर्ग का उत्थान कर रहे हैं, जिसमें देश की जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा भी वो निरंतर करते हैं, जिसमें आयुष्मान भारत योजना से लेकर निशुल्क वैक्सीनेशन तक के ऐतिहासिक फैसलों के बारे में पूरी दुनिया जानती है।
वैक्सीन को लेकर कांग्रेस पार्टी के लोगों ने कहा था कि हम नहीं लगाएंगे यह तो मोदी वैक्सीन है, लेकिन प्रदेश में यह नजारा भी देखा होगा आपने की वैक्सीन लगाई अस्पताल में, एक पोस्टर लगा हुआ मिला ‘आइए और वैक्सीन लगवाइए’, उस पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नहीं, मुख्यमंत्री गहलोत की फोटो लगी मुस्कराते हुए।
निशुल्क वैक्सीन मोदी सरकार ने लगवाई और राजस्थान में मुख्यमंत्री गहलोत ने पोस्टरों पर अपने फोटो लगवाकर झूठा क्रेडिट लेने का काम किया, जिसके बारे में प्रदेश की जनता अच्छे से जानती है।