SC/ST एडीजे कोर्ट के मामले में अनुसंधान अधिकारी सुनील प्रसाद शर्मा के विरुद्ध राकेश मीणा की याचिका पेश
प्रार्थी राकेश मीणा ने SC/ST एडीजे कोर्ट में विधायक रफ़ीक़ ख़ान, उपमहापौर असलम फ़ारुखी,पार्षद संतोष कंवर व उसके पति,चंदू भाड़े वाला सहित कई पार्षदों कुल 23 लोगों के ख़िलाफ़ गुहार लगाई थी। जिसमें विधायक रफ़ीक़ ख़ान सहित 23 लोगों पर FIR गलतागेट थाने में दर्ज की गई।इन सभी ने भीड़ इकट्ठी कर राकेश मीणा व उसके परिवार को डराने धमकाने की कोशिश की,गाली गलौच की,जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। मॉब लीचिंग के साथ-साथ राकेश मीणा के घर के बाहर विधायक रफ़ीक़ ख़ान व साधु सियारामदास तलवार से केक काटकर दहशत का माहौल बनाया और शक्ति प्रदर्शन किया।
इस FIR के मामले का अनुसंधान अधिकारी एसीपी हिदा की मोरी रामगंज थाना सुनील प्रसाद शर्मा को बनाया गया लेकिन आरोपित मुलजिमान सियारामदास, विधायक आदि के साथ जलपान और उठ बैठ करते एसीपी सुनील का अविधिवत विपरीत अनुसंधान कर गवाहों के प्रति ग़लत व्यवहार व बयान लिए जाने के बाद नाखुश होकर मनमर्ज़ी के बयान लेने हेतु बाध्य करना व महिला गवाहों के इर्द गिर्द भय का वातावरण बनाना एसीपी सुनील शर्मा अनुसंधान अधिकारी की संदिग्ध गतिविधियों को दर्शाता है।इसी को मध्यनज़र रखते हुए अनुसंधान अधिकारी बदले जाने की
अपील व अनुसंधान अधिकारी की शिकायत सरकार से राकेश मीणा द्वारा कर दी गई है।जिस पर 20 दिन से ज़्यादा दिन हो गए अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है न ही इससे सम्बंधित कोई सूचना पीड़ित राकेश मीणा को दी गयी है।