नारी कभी ना हारी लेखिका साहित्य संस्थान जयपुर एवं सपनाज ड्रीम्स चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कविता लेखन प्रतियोगिता आयोजित ।
नारी कभी ना हारी लेखिका साहित्य संस्थान जयपुर एवं सपनाज ड्रीम्स चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की गई कविता लेखन प्रतियोगिता में विजेता रहीं कवयित्रियों का सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह डाबिच स्थित स्वप्न-लोक फाॅर्म हाउस में आयोजित किया गया।इस भव्य समारोह में जयपुर की सभी वरिष्ठ साहित्यकार , समीक्षक ,भोपाल की कवयित्री डाॅ.लता अग्रवाल, जम्मू-कश्मीर की कवयित्री स्वाति मिश्र और जयपुर की ही डाॅ.रानी तंवर की कविताओं को प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया।डाक तार विभाग में प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती प्रियंका गुप्ता साहा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में डाॅ.बजरंग सोनी मुख्य अतिथि, श्रीमती वीणा कर्मचंदानी अति विशिष्ट अतिथि व श्री अनिल कौशिक ‘विश्वमित्र’ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जिनका संस्थान की अध्यक्षा
श्रीमती वीना चौहान नेव नीलम सपना शर्मा ने स्वागत किया। इस अवसर पर पुरस्कृत कविताओं के साझा संग्रह”स्वप्नांजलि” का विमोचन भी किया गया जिसकी विस्तृत समीक्षा करते हुए समीक्षक डाॅ.आशा शर्मा ने सभी कविताओं की शैली, अभिव्यंजना और शिल्प-विन्यास पर विस्तार से प्रकाश डाला। देश के भिन्न भिन्न प्रान्तों से प्रतिभागियों की कविताओं को इस साझा संग्रह में स्थान दिया गया है।नीलम सपना कृत बाल कथा संग्रह नानी कहती कहानी जिससे मिलती सीख सुहानी पर विदुषी श्री मती मंजू कपूर ने विचार व्यक्त किए!नारी कभी ना हारी संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती वीना चौहान ने अपने स्वागत वक्तव्य में कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों और साहित्यकारों का स्वागत करते हुए इस बात पर आश्वस्ति व्यक्त की कि सृजनधर्मी लेखिकाएं निरन्तर अभिव्यक्ति के कीर्तिमान स्थापित कर रहीं हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षा आई.ए.एस.प्रियंका गुप्ता साहा ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि इन कवयित्रियो की रचनाओं द्वारा स्पष्ट होता है कि स्त्री सही मायने में अपनी स्वतंत्रता और अस्मिता के प्रति सजग है, स्त्री को अपनी सुविधा और रुचि के अनुसार सोचने और जीने का अधिकार है,उसे औरों की नकल करने तथा स्वयं पर औरों के चश्मे से देखने की कोई आवश्यकता नहीं है। मुख्य अतिथि डाॅ.बजरंग सोनी ने नारी को सदैव श्रद्धा की अधिकारिणी के रूप में स्वप्रतिष्ठित बताया और कहा जिस घर में बहन बेटियों का सम्मान नहीं होता उस घर से खुशियाँ दूर ही रहती है ।अति विशिष्ट अतिथि श्रीमती वीना कर्मचन्दानी ने अच्छे साहित्य के पढे जाने पर जोर देते हुए काव्य संग्रह में संकलित कविताओं की प्रशंसा की ।श्री अनिल कौशिक जी ने सपना को याद करते हुए, नमन किया ।सपनाज ड्रीम्स एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्षा लेखिका नीलम सपना शर्मा ने अपनी लेखन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए संस्थान की गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय दिया। पुस्तक-विमोचन सम्मान समारोह में जयपुर के सृजनधर्मियों के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से कवयित्रियों ने हिस्सा लिया।
मंच संचालन डा.रतना शर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन श्री मती शकुन्तला शर्मा ने किया।