गलतागेट गोवर्धनपुरी मामले में आयुक्त विश्राम मीणा से सीधी बातचीत
स्थानीय नागरिकों के विरोध और न्यायिक शरण में जाने के बाद गलतागेट गोवर्धनपुरी राजकीय बालिका विद्यालय की ज़मीन पर अतिक्रमण में स्थगन आदेश हो गए थे लेकिन आयुक्त के सीजर आदेश को दरकिनार करते हुए उपायुक्त सुरेश नागर आदर्शनगर जोन नगर निगम हैरिटेज द्वारा झूठी रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी कि मौक़े पर कोई अवैध नवनिर्माण नहीं हो रहा बल्कि बयानों में कहा कि साधु सियारामदास कनकबिहारी मंदिर का रंग-रोगन करवा रहा है! राजकीय बालिका विद्यालय गोवर्धनपुरी में कहीं और संचालित है।
जबकि यह सभी बयान झूठे हैं। ऐसे में आयुक्त विश्राम मीणा की क्या प्रतिक्रिया है और वे इस मामले में क्या क़दम उठाएंगे आइये जानते हैं –
हिलव्यू संपादक शालिनी श्रीवास्तव की आयुक्त मीणा सीधी बातचीत के कुछ अंश-
प्रश्न 1. आपके द्वारा आदर्शनगर जोन को गलतागेट गोवर्धनपुरी में बालिका विद्यालय पर हो रहे कब्ज़े वाले दो मंज़िला अवैध नवनिर्माण को सीजर के आदेश दिए गए थे लेकिन अब तक वह सीज नहीं हुई और अभी भी काम चल रहा है?
उत्तर: आपने बताया है तो इस बारे में जाँच करवाते हैं ।
(आयुक्त महोदय का सटीक जवाब)
- सर! अदालत में उपायुक्त सुरेश राव आदर्शनगर जोन ने मौक़े पर किसी नवनिर्माण के नहीं होने का दावा पेश किया है तो आपके सीजर के आदेश का क्या अस्तित्व रहा? आपका आदेश ग़लत है या डीसी का दावा झूठा?
उत्तर : आप इस बारे में उनसे ही पूछे मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं!
( हिलव्यू टीम द्वारा आदर्शनगर डीसी के अदालत में पेश किए मय हस्ताक्षर झूठे दावे के पुलिंदे आयुक्त महोदय के सामने पेश कर दिए गए जिन्हें देखकर आयुक्त सकपका गए और उन्होंने पुनः जाँच करवाने की बात कही!)
- सर अभी भी सियारामदास साधु लगातार अवैध निर्माण कर रहा है मौक़े पर ?
उत्तर : मैं जाँच करवाता हूँ उसके बाद ही कोई जवाब दिया जा सकेगा।
सिस्टम की लचरता देखिए आदर्शनगर विधायक रफ़ीक़ ख़ान और अतिक्रमणकारी साधु सियारामदास मज़े से अवैध निर्माण कर रहे हैं,गुंडागर्दी कर रहे हैं,झूठ बोल रहे हैं,उपायुक्त अपने पावर को पंगु करके बैठे हैं पुलिस ने ख़ुद ने ख़ुद के हाथ बाँध लिए हैं। आख़िर पूरे शहर को किसकी नज़र लग गयी है कि चारों ओर हाहाकार मचा है। अतिक्रमण, अवैध निर्माण,खुलेआम गुंडागर्दी, सत्ता की शक्ति का दुरुपयोग, प्रशासनिक पावर का दबदबा आम इंसान के अधिकारों का गला घोंट रहा है लेकिन कहने सुनने वाला कोई नहीं!
एक तरफ़ राहुल गाँधी “भारत जोड़ो यात्रा” कर रहे हैं और राजस्थान में उनके विधायक “आपस में भांडा फोड़ो भ्राता” कर रहे है। गहलोत सरकार में चल रही छिंटाकशीं आख़िर कब थमेगी कि गहलोत सरकार को अपने कर्तव्य याद आएंगे। रेवड़ी बाँटकर इस दौरान जनता को वोटों के लिए तैयार किया जा रहा है….बड़े अफ़सोस की बात है कि गहलोत एक सुलझे हुए मन्त्री हैं और उन्हें मुख्यमंत्री का मान जनता ने दिया है लेकिन इस वक़्त विधायकों की रस्साकसी में आम जनता कैसे पिस रही है उन्हें नज़र ही नहीं आ रहा! शायद जब तक वे जागेंगे बहुत देर हो चुकी होगी।
नाना जी की हवेली जयपुर कॉलेज का अतिक्रमण हो या मनीराम जी की कोठी,ओझा जी की हवेली हो या मालवीयनगर का सुआलाल मार्ग,गोपालपुरा बायपास हो या जगतपुरा,मानसरोवर,आदर्शनगर,राजापार्क के पॉश इलाके सभी जगह अतिक्रमण और अवैध निर्माण की लूट मची है बशर्ते नगर निगम जोन, जेडीए सबंधित विभाग में आपकी सांठगांठ होनी चाहिए। मिलीभगत और ले देकर अपना काम करवाने वाला अतिक्रमणकारी अवैध निर्माणकर्ता घमंड से सर ऊँचा करके घूमता है और शिक़ायतकर्ता को हिक़ारत की नज़र से देखता है। गहलोत सरकार का पतन निश्चित है क्योंकि गहलोत के पाँव राजधानी में। टिकते नहीं और जिन कांग्रेस नेताओं के टिकते हैं वो पाँवों का प्रयोग आपस में लातघूँसे मारने में करते हैं।