जयपुर शहर में अवैध निर्माण की बाढ़ नहीं सुनामी आ गयी है। जेडीए,नगर निगम के किसी भी ज़ोन में चले जाइये अवैध निर्माण और अतिक्रमण ज़ोरों पर हैं। सम्बंधित जोन अधिकारी , स्थानीय पार्षद व विधायक की शह ने सब नियम, क़ानून क़ायदों को ताक़ में रख दिया है। कहीं शासन लिप्त है तो कहीं प्रशासन की मिलीभगत से अतिक्रमणकारी राज्य की संपत्ति और रेवेन्यू को खुलेआम निगल रही है। इसका ताजा उदाहरण जयपुर में जवाहर नगर के वार्ड नं 93 व 94 के पार्षदों ने पेश किया है | जवाहर नगर में 4 म 46 का अवैध निर्माण वार्ड 93 के पार्षद घनश्याम दास चंदलानी ने करवाया और जब आवासीय में कमर्शियल अवैध निर्माण उनके गले की हड्डी बना तो उसने वार्ड 94 के नीरज अग्रवाल को भी इसमें शामिल कर लिया। वहीँ अब विधायक रफ़ीक़ ख़ान का सहयोग मिला होने के कारण इन अतिक्रमणकारियों को कानून का कोई ख़ौफ़ भी नहीं है। बताया जा रहा है की इस सहित कई सारे मामले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के संज्ञान में है लेकिन उनका आशीर्वाद इस तरह के सभी अवैध निर्माणों व अतिक्रमणकारियों पर बना हुआ है चाहे नाना जी की हवेली हो या जयपुर कॉलेज का अवैध निर्माण या फिर गोपालपुरा बायपास पर ढेरों अवैध निर्माण, व जगतपुरा के अवैध निर्माण हों या गलतागेट के गोवर्धनपुरी का मामला , कोई कार्यवाही नहीं हो रही इन अवैध कार्यों पर। गहलोत सरकार भी हुई मूक बधिर आख़िर कब इन पर शिकंजा कसेगी सरकार या फिर गहलोत सरकार के इशारे पर ही सारे शहर में राज्य में अतिक्रमण व अवैध निर्माण की बाढ़ आई हुई है और बाढ़ में बहती बेशक़ीमती,सरकारी संपत्तियों, ज़मीनों,हवेलियों से गहलोत सरकार का खाली ख़ज़ाना अब भरता जा रहा है?
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विधायक रफ़ीक़ ख़ान,जोन उपायुक्त और पार्षदों की मिलीभगत
By Shalini ShrivastavaNov 14, 2022, 18:03 pm0
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