क्या राजधानी में बिना जेडीए के अधिकारियों की मिलीभगत के बन सकतीं हैं अवैध इमारतें?
JDA बेसुध क्यों?
आवासीय भूखण्डों में कमर्शियल अवैध निर्माण करते बिल्डर्स मज़बूत क्यों?
जयपुर हिलव्यू समाचार। मालवीय नगर अपेक्स सर्किल स्थित ऊषा कॉलोनी में आवासीय भूखण्ड संख्या 20 व 21 का अवैध कमर्शियल निर्माण जेडीए की मिलीभगत और भ्रष्टाचार की कहानी चीख-चीख कर कह रहा है।आवासीय दो भूखण्ड 20 व 21 बिना पुनर्गठित,बिना भू-रूपांतरण,बिना स्वीकृति के अनुसार,बिना पार्किंग,सेटबैक छोड़े, बिल्डिंग बायलॉज के नियमों का उल्लंघन करते हुए सतनाम मोटोकॉर्प प्राईवेट लिमिटेड के नाम से शोरूम बनकर तैयार हो गया यहाँ तक कि कमर्शियल एक्टिविटी शुरू भी हो गयी।
इसकी अवैधता प्रमाणित करने के लिए हिलव्यू समाचार की टीम ने सतनाम मोटोकॉर्प प्रा. लिमिटेड शोरूम के भूखण्ड पुनर्गठन-भू रूपांतरण सम्बन्धित,निर्माण कार्य स्वीकृति,नक़्शा,ले आउट,प्लान के दस्तावेज़ प्राप्त करने हेतु सूचना के अधिकार के तहत सूचना प्राप्त करनी चाही तो कोई सूचना जेडीए द्वारा प्रदान नहीं की गई ।
इसके बाद प्रथम अपील की गई जिसमें प्रथम अपील की सुनवाई के दौरान जेडीए के प्रथम अपील अधिकारी के समक्ष जेडीए जोन 01 के ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा कहा गया कि भूखण्ड संख्या 20 और 21 के मालिक हरपाल सिंह द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचनाओं में लिखित आपत्ति दर्ज करते हुए कहा गया है कि किसी भी अन्य व्यक्ति या संस्था को उनसे पूछे बिना कोई जानकारी या दस्तावेज़ नहीं दिए जाएँ।
यह बड़ा संदिग्ध जवाब था क्योंकि कई प्रश्न इसके समक्ष खड़े हो गए जो जेडीए के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं।
हिलव्यू समाचार के जेडीए से महत्वपूर्ण प्रश्न–◆क्या जेडीए द्वारा सूचना के अधिकार के तहत माँगी गयी सूचनाओं में सम्बंधित व्यक्ति से अनुमति लेना आवश्यक है जिसकी सूचनाएँ ली जा रहीं हैं?जो बिल्डिंग बायलॉज के नियमों का उल्लंघन करने का अपराधी और अवैध निर्माणकर्ता है उससे पूछकर जानकारी दी जाती है सूचना के अधिकार की?◆क्या जेडीए के ज़िम्मेदार अफसर लगातार सम्पर्क में रहते हैं अवैध निर्माणकर्ता के? अगर रहते हैं तो कार्यवाही न करके क्या अवैध निर्माणकर्ता का सपोर्ट सिस्टम बनते हैं?◆क्या जेडीए जोन 01 के ज़िम्मेदार अधिकारियों ने अवैध निर्माणकर्ता को लिखित में सूचना देकर बताया था कि आपके भूखण्डों व निर्माण कार्य की जानकारी तृतीय पक्ष द्वारा माँगी जा रही है?◆ अगर लिखित में अवैध निर्माणकर्ता को जेडीए के अधिकारियों ने लिखित सूचना नहीं दी तो फिर सतनाम मोटरकॉर्प प्राइवेट लिमिटेड ने बिना प्रश्न पत्र के प्रति उत्तर पत्र कैसे जेडीए को दे दिया?◆सूचना दिया जाना क्यों सम्भव नहीं जब भूखण्ड मालिक अवैध निर्माण कर रहा हो?◆क्या वजह है कि अवैध निर्माण हो जाता है उस पर कार्यवाही नहीं होती बल्कि उस अवैध निर्माण में सबंधित विभाग भागीदारी तय रहती ही है।
कई प्रश्न हैं जो जेडीए के अधिकारियों की कार्यप्रणाली व कार्य नीति को कटघरे में खड़ा करते हैं। भ्रष्टाचार और मिलीभगत को प्रमाणित करतीं यह आवासीय भूखंडों में कमर्शियल बनती बहुमंजिला बिल्डिंग्स राजधानी में राज कर रहीं हैं और सारा का सारा सिस्टम बिका हुआ है।