बिल्डिंग बायलॉज के नियम की धज्जियाँ उड़ रही मालवीयनगर जोन नगर निगम ग्रेटर में
रेसिडेंट में कॉमर्शियल निर्माण,ज़ीरो सेटबैक, बिना भू-रूपांतरण, बिना स्वीकृति,बिना भूमि पुनर्गठन करवाये असंख्य बनती बहुमंज़िला बिल्डिंग्स मालवीयनगर निगम जोन ग्रेटर के भीतर पक रही कहानी को उजागर करती है
कुलदीप गुप्ता। हिलव्यू समाचार, जयपुर।
राजापार्क गली नम्बर 5 में व्यास मार्ग पर प्लॉट नम्बर 526 कृष्णा हाइट्स पर आवासीय में गगनचुम्बी बिना सेटबैक के बनती बिल्डिंग्स बिल्डर्स की मोटी काली कमाई का ज्वलंत उदाहरण है । बेख़ौफ़ होकर बिल्डिंग बायलॉज के सभी नियमों को ताक पर रखकर बैसमेन्ट और पेंट हाउस सहित बनाई जा रही बिल्डिंग्स बिल्डर्स और जोन के अधिकारियों से मिलीभगत का पुख्ता सबूत देती हैं।
अपने अड़ोसी-पड़ौसी के प्राकृतिक हितों का भी ध्यान नहीं रखकर बनाई जाने वाली गगनचुम्बी इमारतें आज सीना ताने खड़ी हैं और आम जनता के दिल और दिमाग से शासन और प्रशासन द्वारा बनाये गए नियमों की अवेहलना करने की शिक्षा दे रही है और साथ ही भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूबे हुए अधिकारियों व कर्मचारियों की खुले रुप से कहानी कह रही हैं।
अगर ग़लती से कभी कोई पड़ौसी बिल्डर्स को नियमों के तहत निर्माण करने के लिए कहता है तो उसे खुले रूप में कहा जाता है कि “क्या कर लेगा नगर निगम?सब सेटिंग है जमकर खिलाया है कोई कुछ नहीं कर सकता”
सोचने का विषय है कि इन बिल्डर्स को इतनी हिम्मत और दुःसाहस कहाँ से मिलता है कि ये बेख़ौफ़ होकर अवैध निर्माण और अतिक्रमण करते हैं।