संवाद ‘निरन्तर’ श्रृंखला की दूसरी कड़ी के रूप में लेखक रियान होलिडे की पुस्तक “Trust me, Iam lying” एक कार्यक्रम, संवाद की एक शाम: यशवंत व्यास के साथ दिनांक 08/11/22 को अर्नेस्ट कैफे, सरोजनी मार्ग, सी स्कीम, जयपुर में सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ बजरंग सोनी ने कार्यक्रम का परिचय दिया।
अपनी लेखकीय, पत्रकारिता एवं साहित्यिक जीवन यात्रा पर बोलते हुए यशवंत व्यास ने बताया कि किस तरह झूठ को सच और सच को झूठ में लपेट कर परोस दिया जाता है और लोग उसी पर यकीन कर लेते हैं जो पेश किया जाता है। हमें हर सूचना की ठीक से जांच पड़ताल करने के बाद ही उसपर यकीन या टिप्पणी करनी चाहिए।
टेबुल के आर-पार-ताने-बाने हजार लेकर बैठे लोकसेवा आयोग, अजमेर के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक डॉ भूपेन्द्र सिंह ने इस भ्रमित परिवेश से बाहर निकलने की आवश्यकता और एक सकारात्मक संदेश (टेक होम मैसेज)की जरूरत पर जोर दिया।
विभिन्न समसामयिक उदाहरणों पर वैचारिक मंथन हुआ।
सदन में उपस्थित शहर के प्रतिष्ठित पत्रकारों, साहित्यकारों, शिक्षाविदों इतिहासकारों, प्रकाशकों तथा मीडिया कर्मियों के साथ आधुनिक मीडिया, उसकी मूल प्रकृति, उसको भीतर-बाहर से प्रभावित कारकों जैसे विषयों पर सवाल-जवाब और जिज्ञासाएं शांत की।
संवाद में प्रोफेसर सुरेश डेमन, प्रोफेसर अजय पुरोहित, श्री जय किशन, श्रीमती शिवानी जयपुर, उमा, श्री आनंद चौधरी, श्री सोमू आनंद, श्री दीपक चारण, श्री द्रोण, श्री एस संगथिर, श्री आनंद चौधरी, श्री बोधायन शर्मा,श्री माधव शर्मा, श्री देवेन्द्र प्रताप, डॉ कमल जैन, श्री अरिन्दम और श्री स्कन्द शामिल हुए और पत्रकारिता के सामयिक परिदृश्य और चुनोतियों पर अपने विचार प्रकट किये।
अंत में इंडिया टूडे के पत्रकार श्री जय किशन ने आभार व्यक्त किया
श्री स्कन्द के “कॉफी का इक प्याले” के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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