क्या बिल्डरों के पैसों ने बांधी मान की आँखों पर पट्टी
राजस्थान सरकार जवाब दे ,क्या मालवीय नगर जोन नगर निगम ग्रेटर पर पड़ गया है ताला?मालवीय नगर जोन उपायुक्त महेश मान की मनमानी चरम पर ,रजिस्टर्ड डाक 10-12 दिन से हो रही है वापस
निगम से ज़िम्मेदार अधिकारी कर्मचारी नदारद ,नगर निगम ग्रेटर के मालवीय नगर जोन में अवैध निर्माण चरम पर हैं क्योंकि उपायुक्त महेशं मान मनमानी और अभिमान पर उतर आए हैं। बिल्डरों से अवैध निर्माणों के नाम पर मोटा पैसा वसूल कर महेश मान ने चुप्पी धारण कर ली है।उन्हें किसी को जवाब नहीं देना बस अपने मान-सम्मान के अलावा सबका अपमान करना है। राजस्थान सरकार के ये जवाई बन गए हैं 34 वर्षों से लगातार राजधानी जयपुर में टिके उपायुक्त महेश मान अब अपने आपे से बाहर हो गए हैं। लगातार आम जन और मीडियाकर्मियों द्वारा अवैध निर्माणों की शिकायतें मिलने के बावजूद महेश मान कोई कार्यवाही नहीं कर रहे।
इस सम्बंध में लिखित शिक़ायत शालिनी श्रीवास्तव हिलव्यू समाचार संपादक द्वारा मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत,यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल राजस्थान सरकार,मुख्य सचिव महोदया उषा शर्मा,महापौर सौम्या गुर्ज़र नगर निगम ग्रेटर,आयुक्त महेंद्र सोनी नगर निगम ग्रेटर,उपायुक्त महेश मान नगर निगम ग्रेटर को भेजी गई।
मालवीय नगर जोन से लगातार यही डाक वापस आ रही है क्योंकि इसे फाड़कर पढ़ लिया गया है और पुनः लिफ़ाफ़े में रखकर वापस भेजा गया है क्योंकि डाक पूरी तरह से खुर्द-बुर्द मिली है। आख़िर सरकार के ये ज़िम्मेदार अफसर इस तरह की आपराधिक गतिविधि कैसे कर जाते हैं? क्या वजह है कि ऐसे अफसर पर कोई कार्यवाही नहीं होती?,सरकार जवाब दे? क्या बिल्डरों के पैसों ने बांधी मान की आँखों पर पट्टी