तीन अवैध दुकान बनाकर तीन-तीन करोड़ में हो रहा अवैध बेचान
आवासीय भूखण्डों पर बेख़ौफ़ होकर कर रहे है व्यवसायिक निर्माण ,करोड़ों का चूना नगर निगम हैरिटेज और इनकमटैक्स विभाग को
जेईएन विजेंद्र मीणा के संज्ञान में है सारे अवैध निर्माण लेकिन नहीं बनी है रिपोर्ट अवैध निर्माणों व अतिक्रमणों की आज तक
हर आवासीय प्लॉट धारक बना रहा है अवैध व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स ,निगम की मिलीभगत और साँठगाँठ बगैर नहीं है सम्भव अवैध निर्माण और अतिक्रमण
शालिनी श्रीवास्तव /हिलव्यू समाचार। न कानून का डर और न नियमों की परवाह। आदर्शनगर जोन नगर निगम हेरिटेज के अधिकार क्षेत्र में आने वाले आवासीय मकान में व्यवसायिक गतिविधियों का सिलसिला बन गया है। जवाहर नगर पेट्रोल पंप के पास आवासीय मकान 1 क 5 जवाहर नगर में बन रही है तीन-तीन अवैध दुकानें।बेलगाम अवैध निर्माण ज़ोर शोर से चल रहा है बिना निगम की परमिशन के।आवासीय में कॉमर्शियल निर्माण कर निगम को चूना लगाने की यह कवायद अपना ही रंग दिखा रही है। सूत्रों के अनुसार एक दुकान की क़ीमत एक करोड़ रुपये है और इस तरह से तीन दुकानों की कीमत लगभग ढाई करोड़ से तीन करोड़ की आंकी गयी है। आदर्शनगर जोन नगर निगम हेरिटेज के अधिकारी कर्मचारी बेसुध हैं या बेपरवाह हैं मिलीभगत करके?यह अवैध निर्माण सन्देह की सुईयाँ लगातार निगम की ओर घुमा रहा है। पूर्व उपायुक्त सुरेश राव की निष्क्रियता और कर्मचारियों की सेटिंग ने आदर्शनगर जोन में लगभग 400-500 अवैध निर्माणों को पनाह दे दी है जिसका नज़ारा आदर्शनगर ज़ोन क्षेत्र में घूम कर देखा जा सकता है।