गलतागेट कनक बिहारी मंदिर के अतिक्रमणकारी साधु सियारामदास ने गत सप्ताह अन्य अख़बारों में ख़बरें प्रकाशित करवाकर नक़ली हिंदुत्व का वातावरण बनाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन धरातल पर इस खयाली वातावरण की हवा निकल गयी। न साधु पहुँचे यज्ञ में न आम जनता
कनकबिहारी मंदिर के साधु सियारामदास का दुःसाहस दिनों दिन इतना बढ़ रहा है कि उसे न्यायालय के आदेश का भी ख़ौफ़ नहीं रहा है। अदालत में झूठे शपथ पत्र पेश करके अवैध नवनिर्माण न करने का हवाला देने वाला, अदालत को गुमराह करने का अपराध करने वाला साधु सियारामदास एक अतिक्रमणकारी,अवैध निर्माण करने वाला,जनहित के विरुद्ध कार्य करने वाला जघन्य अपराधी है किंतु स्थानीय विधायक रफ़ीक़ ख़ान का संरक्षण व सहयोग पाकर उसके हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं।
अतिक्रमणकारी साधु सियारामदास ने मीडिया के कई बड़े प्रतिष्ठानों के माध्यम से झूठी ख़बरें प्रकाशित कर नक़ली हिंदुत्व का आडम्बर फैलाने का लगातार प्रयास किया।न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर लगातार राजकीय बालिका विद्यालय की ज़मीन पर नवनिर्माण करवाते हुए विशाल यज्ञ करवाने का माहौल बनाकर जनता व सरकार की आँखों में धूल झौंकने की कोशिश भी की। किंतु आम नागरिक अब अपने अधिकारों के लिए जाग गया है। साधु सियारामदास का ये ढोंग भरा वातावरण निर्माण असफ़ल हो गया है। मोटी रक़म देकर अन्य मीडिया प्रतिष्ठानों से साधु सियारामदास ने यज्ञ आयोजन में 10 हज़ार साधुओं के आगमन की झूठी ख़बर प्रकाशित करवाई। साथ ही बार-बार करोड़ों आहुतियों देने का माहौल बनाया लेकिन हाथ कंगन को आरसी क्या? सब झूठ सामने आ गया। कुल 100 साधु भी नहीं पहुँचे इस झूठ को सहारा देने न ही आम जनता ने कोई उपस्थिति दर्ज की।