बर्फ़ख़ाना चौराहे पर प्लॉट नंबर 01,प्रदीप फ़ोटो स्टेट के सामने पाँच मंज़िला विशाल इमारत का अवैध निर्माण पूर्ण होने की कगार पर था लेकिन हौसलों की बुलंदी देखिए कि अब छः मंज़िला अवैध निर्माण शुरू हो चुका है। शासन और प्रशासन दोनों मौन हैं क्योंकि इस अवैध निर्माण के चार बिल्डर्स ने सबको सेट कर दिया है और तो और इन अवैध निर्माणकर्ताओं ने मीडिया का झूठा प्रदर्शन कर अर्थात अंकित समाचार टाइम्स का विज्ञापन लगाकर शासन-प्रशासन व जनता को चेतावनी भी दे डालने का प्रयास किया है।
अंकित समाचार टाइम्स का क्या अस्तित्व है यह खुलासा अगले अंक में किया जाएगा फ़िलहाल इस अवैध निर्माण की कहानी पर चलते हैं। बड़े भाग पर फैली यह आवसीय भूखंड की इमारत बिल्डिंग बायलॉज का पूरी तरह उल्लंघन कर रही है। आवसीय में कमर्शियल दुकानें व फ्लैट्स बनाकर सरकारी रेवेन्यू को तो नुक़सान हुआ ही है बल्कि अवैध निर्माणों को प्रेरणा देती यह बिल्डिंग मालवीय नगर जोन ही नहीं बल्कि पूरे सरकारी तंत्र के लिए शर्म की बात है। बिना अनुमति,बिना नक़्शे,बिना सेटबैक के बिल्डिंग बायलॉज को धता बताकर यह अतिक्रमणकारी सरकारी तंत्र के निकम्मेपन और भ्रष्टाचार को उजागर करता है।